3 दिन बाद ट्रैकिंग पर गए चार टैकरों को एसडीआरएफ ने बचाया
देहरादून(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। केदारनाथ से वासुकी ताल -त्रियुगीनारायण में ट्रैकिंग पर गए और लापता हुए चार दोस्तों को आखिरकार उत्तराखंड की एसडीआर एफ टीम ने ढूंढ निकाला। जिसके बाद चारों युवकों के परिवार वालों की सांस में सांस आई। जानकारी मिली है कि चारों लापता दोस्तों को एसडीआरएफ ने 3 दिन बाद तोषी के जंगल से सुरक्षित निकाला और त्रियुगी नारायण वापस आ गये है। इधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि सभी ट्रेकरों को सकुशल बचा लिया गया है। सीएम ने एसडीआरएफ की बहादुरी पर खुशी जतायी और टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी।जानकारी के अनुसार चार दोस्त 13 जुलाई को केदारनाथ बाबा के दर्शन करने आए थे और उसके बाद वासुकी ताल में ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए और तभी से लापता थे। चारों लापता दोस्त हैं जिनमे से दो देहरादून और दो नैनीताल के हैं। इनमे देहरादून निवासी हिमांशु और जितेंद्र भंडारी व नैनीताल निवासी मोहित भट्टð और जगदीश बिष्ट शामिल थे। लापता युवकों की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ की पांच टीमें लगाई गई थीं। 14 जुलाई से इनकी खोजबीन शुरू की गई थी। मौसम की खराबी के चलते भी रेस्क्यू टीम को दिक्कतों का सामना करना पडा। एसडीआरएफ के लिए खराब मौसम में लापता लोगों को ढूंढना चुनौती भरा था।इसके साथ घना जंगल और स्मार्ट फोन न होने से लोकेशन पता नहीं चल सकी। वहीं जानकारी मिली कि बीते दिन सुबह करीब 7-45 पर लापता युवकों से सम्पर्क हुआ लेकिन लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई। वो भी लोकेशन के बारे में नहीं बता पाए। मोबाइल पर टीम ने इन दोस्तों को आग जलाने और धुआं करने को कहा लेकिन घने जंगल में धुएं से भी कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सका था। दोपहर को इनसे संपर्क हुआ। लोकेशन पता चलते ही तोषी के जंगल में इन्हें खोज लिया गया।