लेह के लुकुंग चौकी पर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कहा-हमारी जमीन दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती
रक्षा मंत्री की मौजूदगी में सेना के जवानों ने युद्धाभ्यास किया
लेह/लद्दाख। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) का जायजा लेने के लिए लेह पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की एक इंच जमीन को कोई ले नहीं सकता है। भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज है। मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका गम 130 करोड़ भारतवासियों को भी है। लेह के लुकुंग चौकी पर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहां तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता, लेकिन इतना यकीन मैं जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। जवानों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की जमीन पर हमने कब्जा किया है। भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम अशांति नहीं चाहते हम शांति चाहते हैं। हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट मारने की कभी कोशिश नहीं की है। भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुंचाने की कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज है। मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका गम 130 करोड़ भारतवासियों को भी है। भारत का नेतृत्व सशत्तफ़ है। हमें नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है। फैसला लेने वाला प्रधानमंत्री मिला है। रक्षा मंत्री ने आज लेह में मल्टी बैरल गन चलाई। रक्षा मंत्री की मौजूदगी में सेना के जवानों ने युद्धाभ्यास किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने भी सेना की मल्टी बैरल गन चलाई। राजनाथ सिंह का ये दो दिवसीय दौरा चीन और पाकिस्तान को संदेश देने के लिए है। बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ जम्मू-कश्मीर के दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे भी हैं।रक्षा मंत्री की मौजूदगी में सेना के युद्धाभ्यास ने चीन और पाकिस्तान को अपने नापाक इरादों को सुधारने की नसीहत दी है।