मौसम खराब,शहीद दिनेश का पार्थिव शरीर नहीं पहुंचा अल्मोड़ा

शहीद दिनेश के पिता ने कहा,मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है

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जनप्रतिनिधियों ने शहीद के परिजनों को बंधाया ढांडस
अल्मोड़ा(उद ब्यूरो)। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हुए अल्मोड़ा के जांबाज लांस नायक दिनेश सिंह गैडा का पार्थिव शरीर सोमवार को अपरिहार्य कारणों से उनके घर नहीं पहुंच सका। सैन्य सूत्रें से मिल रही जानकारी के अनुसार कश्मीर में मौसम ऽराब होने की वजह से सेना का हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सका। प्रदेश सरकार की ओर से पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे व पूर्व सांसद बलराज पासी ने शहीद के घर जाकर उनके माता-पिता को सांत्वना दी। उधर अल्मोड़ा से सिख रेजीमेंट की टुकड़ी भी पार्थिव शरीर को सलामी देने के लिए गुरुड़ाबांज पहुंची हुई है।इससे पहले हंदवाड़ा में शहीद हुए पांचों जवानों को सेना ने श्रीनगर में सलामी देकर आिऽरी विदाई दी गई। यदि मौसम ने साथ दिया तो शहीद का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से स्थानीय गरूड़ाबांज हेलीपैड तक लाया जाएगा। लेकिन आज भी मौसम के ऽराब होने की स्थिति में शहीद दिनेश के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव पहुंचाने के लिए सेना का वाहन सड़क मार्ग से आयेगा। जांबाज दिनेश फौजी ही नहीं बल्कि दिलदार भी था। गांव में विवाह या कोई भी शुभ कार्य होता, वह छुट्ट लेकर शामिल जरूर होता। मिलनसार होने के कारण वह छोटे बड़े सभी का चहेता था। उसकी शहादत से गमगीन पूरे मिरगांव में किसी घर में चूल्हा नहीं जला। बच्चों के सिवा और किसी ने कुछ नहीं खाया।जाबाज सिपाही दिनेश सिंह की शहादत पर विभिन्न सियासी व सामाजिक संगठनों ने गहरी संवेदना व्यत्तफ़ की है। विस उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, उपनेता करन सिंह माहरा, विधायक जागेश्वर गोविंद सिंह कुंजवाल, काग्रेस जिलाध्यक्ष पीताबर पाडे, पूर्व डीसीबी चेयरमैन प्रशात भैसोड़ा, मदन सिंह भैसोड़ा, सुभाष पाडे आदि ने वीर सपूत को नमन किया। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वाेच्च बलिदान देने वाले देवभूमि उत्तराखड के वीर सपूतों के बलिदान से माहौल गमगीन है। जम्मू कश्मीर में जहां गंगोलीहाट के शहीद नायक शंकर सिंह महरा का पार्थिव शरीर सेना के विमान से दशाईथल हैलीपैड पर उतारा गया वहीं मुनस्यारी तहसील के शहीद हवलदार गोकर्ण सिंह चुफाल का पार्थिव शरीर नाचनी में बने हैलीपैड पर उतारा गया था। हैलीपेड से दोनों के पार्थिव शरीर को सेना के वाहनों से उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया।
शहीद दिनेश के पिता ने कहा,मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है
बाबू मैं ठीक छूं तुम आपू ध्यान धरिया (पिताजी मैं ठीक हूं, तुम अपना ध्यान रऽना–) यह अंतिम शब्द हंदवाड़ा में शहीद होने वाले उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के जांबाज दिनेश सिंह ने अपने पिताजी से फोन पर कहें थे। इन्हीं शब्दों को याद कर जहां पिता गोधन सिंह गमहीन है वहीं उन्हें दिनेश के शहादत पर गर्व भी है। उन्होंने आिऽरी बार दिनेश से बात करते हुए उसे फौज का फर्ज याद दिलाया था और कहा था कि देश की आन, बान व शान की रक्षा के साथ ऽुद का ख्याल रऽना। उन्होने दिनेश से यह बात 1 मई को तब कहीं जब दिनेश ने कहा कि आजकल बार्डर पर माहौल बहुत ऽराब है, रोज आतंकियों से सामना हो रहा है। पूर्व फौजी गोधन सिंह 2005 में सेना से रिटायर हुए थे। दिनेश की शहादत पर वह गर्व से बोलते हैं कि दिनेश ने आज वह कर दिऽाया, जो मैं नहीं कर पाया, मुझे अपने बेटे पर गर्व है।

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