सेल्फ आईसोलेशन व सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से बचाव का सर्वश्रेष्ठ उपायःसुशील गाबा
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)।युवा समाजसेवी व कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा नें जारी बयान में कहा कि विश्वव्यापी कोरोना वायरस से बचाव हेतु सेल्फ आईसोलेशन ही बचाव का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। श्री गाबा नें कहा कि कोरोना वायरस से ईटली में रोजाना हो रही सैंकड़ों मौतो से हमें सबक लेने की आवश्यक्ता है। भारत में कोरोना वायरस के लगभग 380 मामले अब तक सामनें आ चुके है व 6 लोगो नें दम भी तोड़ दिया है। 130 करोड़ की भारी भरकम आबादी को देऽते हुये यह संख्या फिलहाल बहुत कम है। इस मामले में भारत सरकार व उत्तराऽंड सरकार के प्रयास बहुत शानदार है। लेकिन भारत में चीन की तरह जनसंख्या का अधिक घनत्व देऽते हुये कोरोना की तीसरी स्टेज यानि कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन अब तेजी से बढने की संभावना है। यह वह स्थिति होती है जब किसी को यह मालूम ही न हो कि उसे किसके संपर्क में आने से संक्रमण हुआ है। युवा समाजसेवी सुशील गाबा नें आगे कहा कि यदि सेंटर फार डिजीज डायनेमि क्स के निदेशक डा0 रामानन लक्ष्मीना रायण की बात मानें तो अगले 15 दिनों तक स्थिति कंट्रोंल में रही तो यह भारत के मेडिकल इतिहास के सर्वश्रेष्ठ 15 दिन हो सकते है। लेकिन यदि कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज देर तक चली गयी तो भारत की करीब 15 फीसदी आबादी संक्रमण की चपेट में आ जायेगी। इनमें भी हर पांच में से एक संक्रमण गंभीर हो सकता है। मेडिकल सुविधाओं की बात करें तो पूरे देश में लगभग एक लाऽ आईसीयू बैड उपलब्ध है जो कि बहुत कम हैं। ऐसी स्थिति में सबसे बेहतर क्या हो? यह बताते हुये समाजसेवी सुशील गाबा कहतें हैं कि लोगो को बहुत संयम बरतने की जरूरत है। हमें वो सारी सावधानियां बरतनी होंगी जो ऐसी महामारी के समय बरती जा सकती है। यद्यपि भारतीयों की व्यत्तिफ़गत सफाई की आदतें बहुत बेहतर हैं, लेकिन अधिकांशतः लोग बहुत अच्छे हालात में नहीं रहते। इसलिये इस समय सबसे बड़ा कदम सेल्फ आईसोलेशन व सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर संक्रमण की चपेट से अपने आपको बचाना है। बेहद आवश्यक कार्य होनें अथवा राशन लेने के लिये ही बाहर निकलना होगा। हमें अगले 15 दिनों में दुनिया जहान से बिल्कुल कटकर रहना होगा। इससे सोशल गैप बढ़ने लगेगा, जो कि गेम चेंजर साबित होगा। पूरी दुनिया में संक्रमण से बचने के लिये यही उपाय अमल में लाया जा रहा है। इसी के साथ ही हर देशवासी को व्यत्तिफ़गत रूप से कोरोना संक्रमण को लेकर उच्च स्तरीय वैज्ञानिक सूचनाओं को अग्रसारित करना होगा, अंधविश्वासों व घबराहट फैलानी वाली सूचनाओं को रोकना होगा। हमें सरकार द्वारा संक्रमण के लक्षणों व बचाव के बारे में अधिकृत जानकारी को ही लोगो तक पहुंचाना होगा। हम सब कोरोना से सफलतापूर्वक लड़ेंगें और इसके प्रकोप का कम से कम करने में विजयी होंगे।