बिजली विभाग के दो मीटर रीडरों की लगाई धुनाई
हल्द्वानी। मल्ला गोरखपुर में रीडींग लेने आए दो बिजली विभाग के मीटर रीडरों की क्षेत्रवासियों ने जमकर धुनाई कर दी। उनका आरोप है कि दोनों मीटर रीडरों ने रिश्वत में पांच हजार रुपये उनसे मांगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल दोनों को लोगों से छुड़वाया। थाने में लाकर उन्हें निजी मुचलके में छोड़ा। जबकि दोनों मीटर रीडरों ने इस तरह के आरोपों को झूठा बताया। दोनों को छुड़ाने के लिए बिजली विभाग के एसडीओ को पुलिस अधिकारियों से बात करनी पड़ी तब पुलिस ने उन्हें छोड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुसुमखेड़ा चीनपुर निवासी मनीष उप्रेती, बाजपुर धुना कालोनी निवासी सुमित श्रीवास्तव मीटर रीडिंग का सर्वे करने मल्ला गोरखपुर में गए थे। यहां उन्होंने पूजा पत्नी देवेंद्र, मुन्ना पेंटर, संजय, सुधीर, आनंद, मनेाज साह, हेमा व संजय पाठक के घरों की ही मीटर रीडिंग कर सर्वे किया। प्रेमा का आरोप है कि दोनों युवकों ने मीटर ठीक कराने के नाम पर पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जबकि संजय पाठक का कहना है कि युवक पैसे मांग रहे थे। सभी लोगों ने मिलकर दोनों की धुनाई कर दी। सूचना मिलने पर एसएसआई मनोहर सिंह दसौनी मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को हमलावरों के चंगुल से छुड़वाकर थाने लाए। थाने में टीडीएस कंपनी के प्रभारी हेमंत पाठक, सुपरवाइजर गिरीश शुक्ला भी थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मीटर रीडिंग और बिल देने का काम करने वाली टीडीएस चंडीगढ़ कंपनी के दोनों कर्मचारी हैं। कंपनी एक जून से सर्वे कर रही है। दोनों कर्मचारियों ने पैसे मांगने से इंकार किया। विद्युत विभाग के एसडीओ केके पंत भी थाने पहुंचे। उन्होंने दोनों को निजी मुचलकों पर छुड़वाया। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता शेखर त्रिपाठी ने कहा कि अधिशासी अभियंता को इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने उपभोक्ताओं के बिल व रीडिंग की जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कई बार मीटर में गड़बड़ी करने के लिए स्थानीय लोग कर्मचारियों के साथ स्वयं सैटिंग का प्रयास करते हैं। जांच में सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी। मीटर रीडिंग के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप समझ से परे है।