एक्सीडेंटल जोन बना हाईवे
नानकमत्ता(उद संवाददाता)। नेशनल हाईवे 125 टू लेन बनने के बाद एक हिस्सा एक्सीडेंटल जोन में आता है। यहां दर्जनों लोग दुर्घटनाओं में अपनी जिंदगी के गवां चुके हैं। आए दिन हादसे होना आम बात हो गई है। सड़क दुर्घटना में दस दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 7 फरवरी को नौगजा निवासी इंद्रपाल सिंह, 16 फरवरी को कुआं खेड़ा निवासी पंकज राणा और उसका दोस्त योगेश राणा की हाईवे बाईपास सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। एक्सीडेंटल जोन कई लोगों की जिंदगी निगल चुका है। अनियंत्रित स्पीड इसका कारण बन रही है। एक के बाद एक सड़क हादसों में लगातार मौतों से लोग दहशत में आ गए हैं। लोग इसे खूनी सड़क कहने से मजबूर हो गए हैं। हाईवे पर वाहन तेज गति से गुजरते हैं। जिसकी वजह से वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं और हादसे हो रहे हैं। नेशनल हाईवे पर जुड़ने वाले संपर्क मार्ग पर शासन प्रशासन द्वारा प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई है न ही डिवाइडर बनाये गये है। एनएच पर लगातार हादसे होने के बाद भी शासन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।