नुकसान का आंकलन कर किसानों को दें मुआवजाःबेहड़
रुद्रपुर(उद संवाददाता)। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने जिले में हुई अतिवृष्टि के कारण किसानों के फसल के नुकसान का तत्काल आंकलन कर उन्हें मुआवजा देने की मांग की है। श्री बेहड़ ने कहा कि तराई का क्षेत्र न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश भर में फसलों का मुख्य प्रजनक माना जाता है। यहां के मेहनत कश किसान मिट्टðी में अपना खून-पसीना लगाकर देश के नागरिकों के लिए अन्न का उत्पादन करते हैं। मगर बीते दो महीनों में यहां का किसान प्रकृति की मार झेल रहा है। इस बार जो बारिश की अधिकता हुई है उससे जाड़ों की फसलें जिसमें मटर, चना, लाही, सरसों, आलू सहित मुख्यतः गेंहू शामिल हैं। उन पर बुरा असर पड़ा है। जिस हिसाब से फसलें खराब व बर्बाद हुई हैं उनसे किसान लाभ तो दूर अपना खर्च भी नहीं निकाल पायेगा। ऐसे में प्रशासन व सरकार को तराई के किसानों को उनके नुक्सान का सर्वे कर उन्हें मुआवजा देना चाहिए। श्री बेहड़ ने कहा कि भाजपा ने पूर्व में भी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य व फसल के बीमे देने की घोषणा अपने चुनाव पत्रें में की है मगर धरातल पर इसकी हकीकत कुछ और ही है। किसान लगातार घाटे झेल रहा है, यहां तक कि गलत सरकारी नीतियों के कारण नई पीढ़ी खेती से मुंह मोड़ रही है। गन्ना उत्पादकों को भी उनकी फसल की कीमत सही समय पर नहीं मिलती जिस कारण तराई का किसान हताश व निराश नजर आता है। यही किसान देश के नागरिकों को तीन समय भोजन उपलब्ध कराने के लिए अपने रात-दिन एक करता है और खेत में हल चलाकर अन्न पैदा करता है। लेकिन लगता है कि सरकार को किसान के सुख-दुख से कोई सरोकार नहीं है जिसने अभी तक इस तरह के किसी सर्वे की पहल नहीं की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के दुख को समझती है और राज्य सरकार से मांग करती है कि रबी फसलों के समस्त उत्पादकों के नुकसान का अविलम्ब आंकलन कर उनको सहायता मुहैया कराई जाए वरना मुख्य विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के िखलाफ विरोध प्रदर्शन एवं आन्दोलन को बाध्य हो जाएगी।