बारिश और जलभराव से जनजीवन अस्तव्यस्त
रूद्रपुरध्काशीपुर(उद संवाददाता)। सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। जगह जगह जलभराव के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आज सुबह से ही बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बारिश की बौछारें पड़ने लगी। शहर में मुख्य बाजार, सिविल लाईन, इंदिरा कालोनी रोड, गावा चैक सहित शहर के कई निचले इलाकों एवं कालोनियों में जलभराव हो गया। जलभराव के चलते लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ी। व हीं बारिश के चलते लोगों को ठिठुरने के लिए मजबूर होना पड़ा। बारिश के चलते सुबह स्कूली बच्चों को भी दिक्कतें उठानी पड़ी। वही काम काज के लिए घरों से निकलने वाले लोग भी परेशान नजर आये। बारिश के कारण लोगों को घरों में छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा। काशीपुर-पिछले 24 घंटों के करीब से मौसम के अचानक बदले मिजाज ने यहां ठंड को और भी तल्ख तल्ख कर दिया वहीं दूसरी ओर शाम से रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण शहर की स्थिति एक बार फिर से नारकीय हो गयी है। अनेकों स्थानों पर हुए जलजमाव तथा तथा गंदगी के कारण संक्रमण बीमारियों का भी खतरा बढ़ा है है बढ़ा है। ज्ञातव्य है कि गत शाम आसमान पर उमड़ घुमड़ कर रहे बादलों ने अचानक रूद्र रूप ले लिया और देखते ही देखते सर्द हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होने लगी। आसमान में कड़कती बिजली के बीच तेज हवाओं के साथ हो रही बरसात का सिलसिला सुबह तक लगातार जारी है। बेमौसम हुई बरसात में निगम प्रशासन की पोल खोल दी। महाराणा प्रताप चैक समेत रतन रोड, मेन बाजार, लक्ष्मीपुर पट्टðी, काजी बाग, काली बस्ती, कलश मंडप रोड, कटोरा ताल समेत आबादी वाले दर्जनों मोहल्लों में जल भाव की स्थिति हो गई। नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगा। जलभराव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी राहगीरों तथा वाहन चालकों को गुजरते हुए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के कारण शहर के अनगिनत स्थानों पर जमा कूड़े के ढेर से सड़ांध आने लगी। इसी के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया। उधर दूसरी ओर सर्द हवाओं के साथ हो रही बरसात के कारण ठिठुरन तेज हो गई। खराब मौसम के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं 70 के दशक में तत्कालीन पालिका अध्यक्ष महेश चंद्र गुप्ता द्वारा निर्मित कराया गया गोविंद बल्लभ पंत उद्यान वर्तमान में दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। रखरखाव के अभाव में पंत पार्क की हालत बद से बदतर हो चुकी है। हल्की बरसात में पंत पार्क जलजमाव के कारण तालाब में तब्दील है।