श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में लगाई आस्था की डुबकी
नानकमत्ता(उद संवाददाता)। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वाधान में हर माह में लगने वाली अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर दरबार साहिब में शीश नवाकर प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालुओं ने सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए, पंजा साहिब की परिक्रमा की। संगत ने देसी घी की ज्योत एवं नमक झाड़ू चढ़ाकर अपने परिवार की सुख शांति की अरदास की। श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा छेवी पातशाही,बाऊली साहिब, दूध वाला कुआं, अजायबघर के दर्शन भी किए। अलमस्त दीवान हॉल में धार्मिक दीवान का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध रागी डाडी कविशरी जत्थो ने गुरु की महिमा का बखान कर गुरु के बताए मार्ग पर चलने का उपदेश दिया और गुरु ग्रंथ साहिब के इतिहास की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। पंच प्यारों की अगुवाई में गुरुद्वारा भंडारा साहिब में अमृत संचार कराया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने धर्मपर चलने का संकल्प लिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से लंगर हॉल में गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस मुस्तैद रही। श्रद्धालुओं ने मेले का जमकर लुत्फ उठाया और जमकर खरीददारी भी की। शीत लहर के चलते श्रद्धालुओं का सुबह से ही आना शुरू हो गया। प्रबंधक कमेटी की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए। प्रबंधन कमेटी के प्रधान सेवा सिंह, सचिव केहर सिंह, गुरुद्वारा प्रबंधक रणजीत सिंह, जोगिंदर सिंह,प्रीतम सिंह चावला, कुलदीप सिंह पन्नू, जसवंत सिंह, सुखवंत सिंह भुल्लर, बलदेव सिंह चीमा, बलदेव सिंह अमरजीत सिंह, रमेश मोगा, रणजीत सिंह राणा,मालूक सिंह, किशोर किशोर कुक्की, गुरसेवक सिंह, आदि श्रद्धालु मौजूद थे।
पंच प्यारों की अगुवाई में कराया अमृत संचार
नानकमत्ता। हर माह होने वाली अमावस्या पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने ऐतिहासिक दूध वाला कुआं गुरुद्वारा साहिब में शीश नवाकर दरबार साहिब में माथा टेका। इस दौरान धार्मिक दीवान का आयोजन किया गया। प्रसिद्ध रागी डाडी जत्थों ने गुरु की वाणी सुनाकर संगत को निहाल किया। धार्मिक डेरा कार सेवा में पंच प्यारों की अगुवाई में अमृत संचार कराया गया, श्रद्धालुओं ने धार्मिक डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह से आशीर्वाद भी लिया, धार्मिक डेरा कार सेवा के लंगर हॉल में गुरु का अटूट लंगर बताया गया सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लंगर का प्रसाद ग्रहण किया, इस दौरान बाबा तरसेम सिंह, बाबा कश्मीर सिंह बाबा श्याम, सिंह बाबा रेशम सिंह, बाबा पाल सिंह, दिलबाग सिंह, शेर सिंह, नरवैल सिंह संधू, सुखविंदर सिंह, कुलदीप सिंह, हरविंदर सिंह, जगतार सिंह, कंवल सिंह, वीर सिंह, आदि श्रद्धालु मौजूद थे।