उपनिरीक्षक नरेश पाल के निधन पर शोक की लहर
काशीपुर(उद संवाददाता)। दुर्घटना में घायल उपनिरीक्षक नरेश पाल सिंह के आकस्मिक निधन से पुलिस महकमे को अपूरणीय क्षति हुई। वह 2009 बैच के थे। आज अपराहन बाद काशीपुर में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। गौरतलब है कि बीते 25 दिसंबर को टीपी नगर चैकी प्रभारी के रूप में तैनात उप निरीक्षक नरेश पाल सिंह सिपाहियों के साथ वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान अज्ञात बाइक सवार युवकों ने उन्हें तेजी व लापरवाही से टक्कर मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और फरार हो गए। दुर्घटना में दारोगा नरेश पाल को गंभीर चोटें आई। उन्हें उपचार के लिए तत्काल हल्द्वानी के एक अस्पताल में ले जाया गया। इस दौरान हालत में सुधार ना होता देख उन्हें बरेली के राममूर्ति अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनका निधन हो गया।उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई। जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के रहने वाले नरेश पाल सिंह 2009 बैच के थे। उनकी भर्ती कांस्टेबल से हुई थी। पदोन्नति के बाद वर्ष 2010 से 2013 तक वह काशीपुर कोतवाली के अलावा वह कटोराताल चैकी प्रभारी रहे। झनकैया खटीमा नानकमत्ता पतरामपुर आदि स्थानों पर भी वह तैनात रहे और उनका कार्यकाल बहुत ही संतोषजनक रहा। पुलिस की नौकरी करते हुए उन्होंने कई बार तमाम पेचीदा मामलों को सुलझाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। वर्ष 2019 में एक बार फिर उन्हें कुंडा थाना क्षेत्र के सूर्या चैकी की कमान दी गई। कुछ समय यहां रहने के बाद उनका तबादला नैनीताल जनपद में कर दिया गया। उनके दो पुत्र तथा दो पुत्रियां है। परिवार शुरू से ही काशीपुर में रह रहा है। कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि हल्द्वानी में दिवंगत नरेश पाल सिंह के पार्थिव शरीर का अंत परीक्षण कराने के उपरांत अपराहन बाद काशीपुर मैं अंतिम संस्कार किया गया। एसआई नरेश पाल के आकस्मिक निधन से पुलिस महकमे के अलावा राजनेताओं जनप्रतिनिधियों पत्रकार व्यापारी आदि सभी वर्ग में शोक की लहर है।