बिलासपुर क्षेत्र से पूछताछ के लिए कई संदिग्धों को उठाया
रूद्रपुर। नगर में एक के बाद हुई डकैती व हत्याकांड की घटनाओं का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है। पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर जनपद के पुलिस अधिकारियों को घटना का खुलासा करने के निर्देश दे चुके हैं जिसके अनुपालन में पुलिस पिछले कई दिनों से लगातार संदिग्ध लोगों को पकड़कर उनसे निरन्तर पूछताछ कर रही है साथ ही पुलिस की टीमें यूपी, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान आदि में भी डेरा जमाये हुए है। पुलिस ने करीब आधा दर्जन और संदिग्ध लोगों को बिलासपुर क्षेत्र से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। आज पुलिस के आलाधिकारियों के साथ ही एसओजी टीम ने हिरासत में लिये गये इन सभी लोगों से बीते दिनों हुई डकैती की घटनाओं के संदर्भ में गहराई से पूछताछ की। सूत्रें के अनुसार पुलिस घटना के खुलासे के काफी नजदीक पहुंच चुकी है। गौरतलब है कि गत माह सिंह कालोनी निवासी नरेश चौहान के आवास पर बदमाशों ने हमला बोल चौहान के साथ ही उनके किरायेदारों को बंधक बनाकर घर से लाखों की कीमत के जेवरात व नकदी लूट ली। घटना के कुछ ही दिन बाद बदमाशों ने गंगापुर मार्ग स्थित मां सर्वेश्वरी इंक्लेव में मेडिकल प्रोडक्ट मैनेजर पंकज श्रीवास्तव के आवास पर धावा बोला जहां उनकी पत्नी अर्पणा की हथियारों से हमला कर निर्मम हत्या कर दी तथा पंकज व उसकी डेढ़ वर्षीय पुत्री अक्षिता को गंभीर रूप से घायल कर घर से नकदी व जेवरात लूट लिये। अभी यह मामला ठंडा नहीं हुआ था कि बदमाशों ने जनपद से जुड़ी सोढ़ी कालोनी में धावा बोल दिया जहां उन्होंने गोपाल व उसके परिजनों को बंधक बनाकर घर से लाखों रूपए के जेवरात व नकदी लूट ली। उक्त तीनों बड़ी घटनाओं का खुलासा करना पुलिस के लिए अहम चुनौती बन गया। उत्तर प्रदेश व जनपद उधमसिंहनगर की पुलिस ने सूचनाओं का आदान प्रदान कर मामले का खुलासा करने के लिए तालमेल बैठाया और बदमाशों को पकड़ने को संयुक्त अभियान शुरू कर दिया। बताया जाता है कि पुलिस उक्त तीनों ही घटनाओं के खुलासे के संबंध में सैकड़ों संदिग्ध लोगों को पकड़कर पूछताछ कर चुकी है वहीं हजारों की संख्या में मोबाइल नम्बरों को भी खंगाल चुकी है। पुलिस का मुख्य ध्यान छैमार गिरोह पर टिका हुआ है। वहीं क्षेत्र में सक्रिय अन्य गिरोह के सदस्यों की कुण्डलियां भी खंगाली जा रही हैं। हालांकि पुलिस अधिकारी बार बार यह दावा कर रहे हैं कि घटनाओं का शीघ्र खुलासा कर दिया जायेगा। लेकिन वास्तव में पुलिस आज भी अंधेरे में हाथ मार रही है।