क्या सारथियों के कंधे पर बैठकर चलेगा पुलिस विभागःबेहड़
रूद्रपुर। पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ ने जारी बयान में कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जो सारथी योजना का शुभारम्भ किया गया है यह सारथी योजना न होकर पुलिस का मनोबल गिराने वाली योजना साबित होगी। सारथी योजना लागू होने से पुलिस अधिकारियों ने यह साफ कर दिया है कि वह अपना विभाग चलाने में असफल साबित हो रहे हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि सारथी योजना का जिस तरह से शुभारम्भ किया गया और जनपद भर से सूची तैयार की गई है उसे देखने से लगता है की इस सारथी योजना में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग पुलिस के अपने मुखबिर एवं सम्पन्न लोगो को इससे जोडा गया है। उन्होने कहा कि सारथी योजना का जिस तरह के पुलिस के अधिकारीयों द्वारा प्रचार प्रसार किया गया है उससे लगता है के पुलिस अपनी कमियों को छुपाने का काम कर रही है। श्री बेहड़ ने कहा कि प्रदेश व जिले में नशे का कारोबार चरम पर है। ऐसा लगता है जैसे पुलिस विभाग ने नशे के कारोबारियों को भी सारथी योजना से जोड लिया हैं उनकी तरफ विभाग को कोई ध्यान नही है ना ही कोई ठोस कदम उनके िखलाफ उठाये जा रहे हैं। प्रदेश में नशे के कारोबारियों की वजह से कितने परिवारों ने अपनो को खोया है उसका दर्द कोई नही समझ रहा है। श्री बेहड़ ने कहा कि प्रदश में आपराधिक ग्राफ बढ़ रहा है। हत्या,लूट, चोरी, डकैती जैसी वारदातें खुलेआम हो रही हैं। पुलिस विभाग नाकाम साबित हो रहा है,कितनी विवेचनायें लंबित हैं और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। सरकार का नियन्त्रण खत्म हो चुका है। श्री बेहड़ ने कहा कि भाजपा प्रदेश चलाने में असफल साबित हो रही है। उसे जन समस्याओं से कोई लेना देना नही है। महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। सरकार के जनप्रतिनिधियों को जनससमयाओं से कोई लेना देना नही है। अधिकारी सत्ता पक्ष के लोगो की जी हजूरी कर उन्हे खुश करने में व्यस्त हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि सारथी योजना की सूची देख कर ऐसा महसूस होता है जैसे पुलिस विभाग का नेतृत्तव अब सारथी ही करेंगे और पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सारथियोें के कंधे पर बैठ कर विभाग चलायेगें। इससे पुलिस विभाग की छवि तो खराब हो ही रही है साथ- साथ पुलिस की साख पर बट्टा भी लग रहा है जोकि अच्छा संदेश नही है।