तुलसी का पौध रोपा,राजभवन में बितायी रात
देहरादून।उत्तराखंड अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर में आज नया इतिहास दर्ज हो गया। देहरादून के भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवभूमि से दुनियाभर के योग प्रेमियों को योग दिवस की बधाई दी। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने लगभग 50 हजार से अधिक राज्यवासियों के साथ योग किया। पीएम नरेंद्र मोदी देर रात जौलीग्रांट पहुंचे और यहा उनकी आगवानी करने के लिये पहुंचे राज्यपाल डा. के के पाॅल और मुख्यमंत्राी त्रिवेंद्र सिंह रावत, विस अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल,प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत अन्य नेताओं ने पुष्प देकर उनका स्वागत किया। पीएम ने सुबह राजभवन में योगा के लिये जाने से पूर्व पौधा रोपकर पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश दिया। राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद वह सुबह साड़े 6 बजे एफआरआई पहुंचे। यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कई दशकों से योग का मुख्य केंद्र रहा है। यहां के पर्वत- वायु भी योग के लिए प्रेरित करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भूमि हर किसी को आकर्षित करती है। कहा, दुनिया के कोने-कोने तक आज योग ही योग है। विश्व का हर नागरिक योग को अपना मानने लगा है। योग आज दुनिया की सबसे पावरफुल यूनिफाइंग फोर्सेस में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें बढ़ती हैं तो बिखराव आता है। ऐसे में योग शांति की अनुभूति कराता है। समाज में सद्भाव बढ़ाता और एक सूत्र में पिरोता है। बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है। कहा, मां गंगा की इस पवित्र भूमि पर जहां चार धाम स्थित हैं, जहां आदि शंकराचार्य के चरण पड़े, जिस भूमि ने स्वामी विवेकानंद को बार-बार आकर्षित किया, वहां योग दिवस के मौके पर हम सभी का होना ये किसी सौभाग्य से कम नहीं है। ये हम सभी भारतियों के लिए गौरव की बात है कि आज जहां सूर्य की किरणें पहुंच रही हैं। वहां लोग सूर्य से योग का स्वागत कर रहे हैं। एफआरआई में योग करने के बाद पीएम मोदी ने जनता के करीब आकर अभिवादन किया। इसके बाद वह दिल्ली के लिये रवाना हो गये।