डेंगू का कहरः रुद्रपुर में बालिका सहित तीन की मौत
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। महानगर में डेंगू के पीड़ित रोगियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गत दिवस मोहल्ला खेड़ा में नगर निगम कर्मी की डेंगू रोग के चलते मौत हुई थी। आज मोहल्ला रविन्द्रनगर में 10वर्षीय छात्रा की डेंगू के डंक से मौत हो गयी। जबकि ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र में डेंगू ने एक महिला सहित दो लोगों की जान ले ली। तीनों मौतों से मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा है। जानकारी के अनुसार मोहल्ला रविन्द्रनगर निवासी पेंटर का काम करने वाले अश्वनी रफ्तान की 10वर्षीय पुत्री गिरिति करीब 20 दिनों से बुखार की चपेट में थी। रक्त जांच कराने के बाद डेंगू रोग की पुष्टि हुई जिसके पश्चात गिरिति को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर परिजन उसे निजी चिकित्सालय ले गये वहां भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। चिकित्सकों की सलाह पर परिजन गिरिति को उपचार के लिए भोजीपुरा स्थित राममूर्ति अस्पताल ले गये जहां मध्यरात्रि गिरिति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गिरिति के निधन की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उधर ट्रांजिट कैम्प के ठाकुरनगर में एलआईसी एजेंट शंभू मण्डल की 35 वर्षीया पत्नी कमला देवी पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी। उसे शहर के निजी अस्पताल भर्ती कराया गया था लेकिन वहां पर उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। जिस पर परिजन कमला देवी को राममूर्ति अस्पताल ले गये। जहां आज सुबह उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कमला देवी की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। कमला देवी की तीन पुत्रिया हैं। उधर डी ब्लाक ट्रांजिट कैम्प निवासी 40 वर्षीय सुशांत मण्डल भी पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित था, जांच कराने पर डेंगू की पुष्टि हुई थी। उसे शहर के निजी अस्पताल भर्ती कराने के बाद राममूर्ति अस्पताल ले जाया गया था, जहां आज उसकी उपचार के दौरान मौत हो गयी। मृतक के दो पुत्र एक पुत्री हैं। उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। उधर कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा ने डेंगू से रविन्द्रनगर में 10 वर्षीया बालिका रीति की मृत्यु पर शोक जताते हुये नगर निगम की कार्यप्रणाली के िखलाफ कड़ा रोष व्यत्तफ किया। आज मृतक बालिका रीती के निवास पर पहुंचकर श्री गाबा ने परिवार को ढांढस बंधाया। कांग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा ने नगर निगम की कार्यप्रणाली की निंदा करते हुये कहा कि आज नगर निगम की लालफीताशाही के कारण जनता की जान सांसत में आ चुकी है। नगर निगम के अफसर केवल जनता पर मुकदमे लिखवाने तक ही सीमित है। उन्हें न तो जनता की कोई फिक्र है, न ही कोई दर्द। केवल किताबी नियमों पर चलने वाले अधिकारी जनता व जनप्रतिनिधियों पर मुकदमे तो लिखवा सकते है, लेकिन अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर सकते। इन अधिकारियों नें बरसाती सीजन के बाद न तो कोई फॉगिंग करवायी और न ही गंदगी के ढेरो को खत्म कराया गया। डेंगू के कारण प्रत्येक दिन हो रही मौतो के असली दोषी ऐसे अधिकारी ही है।
डेंगू के डंक से पुलिस कर्मी की हालत नाजुक
रूद्रपुर। डेंगू के डंक से पुलिस लाईन में तैनात एक सिपाही की हालत नाजुक बनी हुयी है। उसे बरेली के राममूर्ति अस्पताल भर्ती कराया गया है। पुलिस लाईन में तैनात मनोज कुमार को पिछले एक सप्ताह पूर्व बुखार हुआ था। जांच कराने पर डेंगू पॉजीटिव पाया गया। चार दिन शहर के अग्रसेन अस्पताल भर्ती रहने के बाद 22 अक्टूबर को मनोज कुमार को राममूर्ति अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां मनोज की हालत नाजुक बनी हुयी है। बताया जाता है कि गत दिवस रम्पुरा चैकी प्रभारी सतीश कापड़ी सहित पांच पुलिस कर्मियों ने मनोज की जान बचाने के लिए वहां पहुंचकर रक्तदान भी किया। फिलहाल चिकित्सकों ने मनोज की हालत गंभीर बतायी है। उसका उपचार जारी है।