सरकार के खिलाफ़ निकाली रैली
लालकुआँ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बिंदुखत्ता स्थित शहीद स्मारक से तहसील लालकुआं तक विशाल रैली निकाली। इस दौरान भाजपा जवाब दो और भाजपा सरकार के खिलाफ माले कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की इस दौरान तहसील पहुंचकर तहसीलदार के माध्यम से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। यहां शहीद स्मारक पर एकत्र हुए सैकड़ों माले कार्यकर्ताओं ने जबाब दो रैली के रूप में विशाल जुलूस निकाला जो संपूर्ण नगर में होता हुआ तहसील परिसर पहुंचा इस दौरान उक्त जुलूस एक सभा के रूप में तब्दील हो गया और यहां तमाम माले कार्यकर्ताओं ने अपना अपना संबोधन दिया इस दौरान माले कार्यकर्ताओं ने डबल इंजन की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बाद भी अभी तक बिंदुखत्ता राजस्व गांव के मुद्दे पर कोई पहल नहीं की गई है इसके अलावा सेंचुरी पेपर मिल से निकलने वाले प्रदूषण पर भी रोक लगाने में यह सरकार नाकाम साबित हो रही है साथ ही बिंदुखत्ता में स्थित गौला नदी के तटबंध बनाए जाने पर भी कोई अमल नहीं किया गया है जबकि बरसाती सीजन नजदीक है इस दौरान गौला नदी में आने वाली बाढ़ से ग्रामीणों की कई एकड़ उपजाऊ भूमि नदी में समा जाती है इन सब मुद्दों पर सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखाई दे रही है जिसकी वजह से आज माले कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरना पड़ा है यदि जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो माले कार्यकर्ता उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी यहां निकाले गए जुलूस में मुख्य रुप से कैलाश पांडे,भुवन जोशी, राजेन्द्र शाह, पुष्कर दुबड़िया, गोपाल गड़िया, बहादुर राम, किशन बघरी, जानकी बिष्ट आदि ने भी संबोधित किया। रैली में विमला रौथाण, बसंती बिष्ट, ललित मटियालीगोविंद जीना,नैन सिंह कोरंगा, मदन धामी, बिशन दत्त जोशी, स्वरूप सिंह दानू, गोपाल सिंह बोरा, किशन बघरी, शंकर सिंह चुफाल, प्रेम राम टम्टा, कुंवर सिंह चौहान, कमल जोशी, मोहन थापा, पान सिंह कोरंगा, गोविंद बल्लभ नैनवाल, कमला जोशी, कमलापति जोशी, श्याम सिंह, चंदन राम, किशन जग्गी, ललित जोशी, सुरमा देवी,मोहिनी जोशी, राधिका देवी, आनंदी जोशी, कुंदन, भास्कर, प्रभात, ज्ञान चंद, मोहन जोशी, महेंद्र सिंह रावत, नंदाबल्लभ, दौलत सिंह कार्की, पनी राम, रमेश भट्ट, बी एस मेहता, चिंतामणि जोशी, माधो राम, पुष्कर सिंह पांडा, नारायण सिंह, खीम सिंह मेहरा, शेर सिंह पपोला, सुरेशानंद, रमेश राम, माधो सिंह बिष्ट, खीम सिंह वर्मा, शिवा रजवार, अतुल उपाध्याय आदि समेत बड़ी संख्या में बिन्दुखत्ता की जनता ने भाग लिया।