कड़ी सुरक्षा के बीच निकाले गये ताजिये

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रूद्रपुर/गदरपुर/हल्द्वानी,(उद संवाददाता)। मोहर्रम के अवसर पर रूद्रपुर में कई स्थानों से ताजिये निकाले गये।मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खेड़ा, रेशमबाड़ी, भदईपुरा, पहाड़गंज, आदर्श कालोनी, प्रीत विहार, इन्दिरा कालोनी, भूतबंगला और फाजलपुर महरौला से ताजिये निकाले जो विभिन्न मार्गों से होते हुए गंतव्य तक पहुंचे जहां उन्हें गमगीन माहौल में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। गदरपुर- मोहर्रम के मौके पर नगर सहित आसपास के मुस्लिम बाहुल्य ग्रामों से ताजियों को निकालकर मसीत के समीप बौर नदी के किनारे करबला में दफन किया गया। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कडी सुरक्षा के बीच ताजियों को निकाला गया। थानाध्यक्ष जसविन्दर सिंह पुलिस कर्मियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था में चाक चैबंद रहे। नगर के मुख्य मार्ग पर विभिन्न सार्वजनिक स्थानों एवं मुस्लिम बाहुल्य ग्रामों में पुलिस कर्मियों को तैनात कर शांति व्यवस्था को बनाये रखने में प्रशासन का लोगों ने भी सहयोग किया। तहसीलदार जेपी गौड द्वारा भी राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथशांति व्यवस्था को बनाये रखने में योगदान दिया गया। नगर के वार्ड नं0- एक करतारपुर रोड , सिनेमा रोड, भोला कालोनी, वार्डन0-छः, सात, आठ एवं नौ के अलावा निकटवर्ती ग्राम सुखशांतिनगर, मझराशीला, डौंगपुरी, रामजीवनपुर नं0-2, झगडपुरी, पत्थर कुई, बलखेडा, सरोवरनगर, लखनऊ, मसीत, गदरपुरा एवं अन्य ग्रामों से भी गमगीन माहौल में ताजियों को निकालकर मसीत स्थित बौर नदी के किनारे करबला में लाया गया, जहां गमजदा माहौल में ताजियों को दफन किया गया। इधर, निकटवर्ती ग्राम महतोष, लम्बाखेडा, नरपतनगर एवं अहमदाबाद में भी मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा ताजिये निकाले गये। मोहर्रम के मौके पर स्थानीय अभिसूचना इकाई के उपनिरीक्षक केसी कांडपाल द्वारा भी मातहतों के साथ करबला सहित मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों का दौरा कर शांति एवं कानून व्यवस्था का जायजा लिया गया। हल्द्वानी-मोहर्रम के दस तारीख को आज हजरत इमाम हुसैन की याद में ताजियों का जुलूस निकाला गया। जुलूस लाइन नंबर 17 से लेकर इंदिरानगर होते हुए लाइन नंबर 12, लाइन नंबर 8, लाइन नंबर 1, नई बस्ती, लाइन नंबर 16 होते हुए चोरगलिया रोड पर पहुंचा। में ढोल नगाड़ों के साथ रवाना हुआ। जुलूस में भारी संख्या में लोग चल रहे थे। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने यजीद के जुल्मों की मुखालफत करते हुए करबला के मैदान में शहादत पाई थी। उन्हीं की याद में मुहर्रम के महीने की दस तारीख को ताजियों का जुलूस निकाला जाता है। जुलूस में तीन दर्जन ताजिये, दो अखाड़े, दुलदुल बुराक और दो नगाड़ा टीमें शामिल रहीं। इस बीच जुलूस के चलते पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्ट किया हुआ है। जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात है।

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