नियम विरूद्ध टेंडर देने पर भड़के नगर निगम ठेकेदार
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। नियमों के विरूद्ध चहेते ठेकेदारों को कार्य देने से भड़के नगर निगम के तमाम ठेकेदारों ने आज निगम कार्यालय परिसर में जमकर हंगामा काटा और टेंडर निरस्त करने की मांग की। रोषित ठेकेदारों का कहना था कि निगम द्वारा 67 कार्यों के लिए टेंडर आमंत्रित किये गये थे जिसमें नगर आयुक्त ने अपनी इच्छानुसार कई शर्तें थोप दीं जिससे रूष्ट होकर ठेकेदारों के एक शिष्टमंडल ने गत 1 सितम्बर को मेयर रामपाल सिंह से मुलाकात की और बताया कि नगर आयुक्त द्वारा टेंडर प्रक्रिया में थोपी गई शर्तें सरासर गलत हैं। ऐसी शर्तें न तो लोक निर्माण विभाग और न ही किसी अन्य सरकारी विभाग में लगायी जाती हैं। ठेकेदारों ने मेयर से शर्तें हटाने की मांग की थी जिस पर मेयर ने ठेकेदारों को भरोसा दिलाया था कि वह शर्तों को लेकर नगर आयुक्त से बातचीत करेंगे और दोबारा टेंडर प्रक्रिया शुरू करायेंगे। जिसके बाद 2 सितम्बर को हुए टेंडर नहीं हुआ। ठेकेदारों ने बताया कि आज उन्हें पता चला कि कार्यालय में मिलीभगत से 14 निविदाओं के टेंडर बिक्री कर दी गयी है। आरोप है कि उक्त टेंडरों के ठेकेदार चहेते हैं। ठेकेदारों ने अवर अभियंता से इस संदर्भ में बातचीत की। उनका कहना था कि उक्त निविदाएं नियमानुसार गलत स्वीकृत की गयी हैं। बिना हस्ताक्षर की निविदाएं अमान्य होती हैं। अब इनको निरस्त करने का अधिकार उनका नहीं बल्कि निगम के अधिकारियों का है। ठेकेदारों का कहना है कि चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने की नीयत से यह खेल खेला गया है। बिना हस्ताक्षर वाले टेंडरों के कार्य दिया जाना पूरी तरह नियमों के विपरीत है इसलिए स्वीकृृत किये गये सभी टेंडर निरस्त किये जायें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो निगम के समस्त ठेकेदार आंदोलन शुरू कर देंगे। इस दौरान अरशद खां, जगददीश सुखीजा, किशन सुखीजा, जाहिद खां, जावेद खान, केशव पनेरू, मा. जाकिर खान, राजेश कामरा, हेमचंद पनेरू, इसरार, राकेश, राकेश छाबड़ा, जावेद, सुहेल खान, पप्पू मियं व बाबू खान आदि मौजूद थे।