चिदंबरम से तीन घंटे तक पूछताछ
नई दिल्ली (उद ब्यूरो)। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम अब केंद्रीय जांच ब्यूरो की गिरफ्त में हैं। आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई और ईडी उनकी तलाश कर रही थी, जो करीब 30 घंटे बाद बुधवार की रात को खत्म हुई। रातभर सीबीआई मुख्यालय में पी चिदंबरम से पूछताछ हुई और अब उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। बताया जाता है कि चिदंबरम पूछताछ में अफसरों की मदद नहीं कर रहे हैं और उनके अधिकतर जवाब टालने वाले हैं। अफसरों की मानें तो यही उनकी कस्टडी का कारण बन सकता है। पूछताछ के दौरान चिदंबरम ने सीबीआई के अधिकारियों पर किसी तरह का दबाव बनाने से मना किया और उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे के कारोबार में किसी तरह का दखल नहीं देते हैं। इस दौरान जब अफसरों ने इंद्राणी और पीटर मुखर्जी से मुलाकात की बात पूछी तो चिदंबरम ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई मुलाकात याद नहीं है। वहीं पिता के बचाव में उतरे कार्ति चिदंबरम का कहना है कि उन्होंने कभी भी इंद्राणी या पीटर मुखर्जी से मुलाकात नहीं की है और ना ही उन्हें आईएनए के बारे में कुछ पता है। उन्होंने दावा किया कि ईडी के द्वारा उन्हें 20 बार बुलाया गया और हर बार वह पेश भी हुए हैं। कार्ति ने कहा कि सरकार के द्वारा उनके पिता के खिलाफ गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। बता दें कि सीबीआई पूछताछ के दौरान पी चिदंबरम से इंद्राणी मुखर्जी के बयान को पेश कर सकती है, साथ ही डील से जुड़ी कुछ फाइलें भी पेश कर सकती है। सीबीआई की टीम चिदबंरम को कोर्ट में पेश करेगी। दिल्ली पुलिस, स्पेशल ब्रांच के अधिकारी इस दौरान सादी वर्दी में अदालत के आस पास ही मौजूद रहेंगे। स्पेशल ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक पी चिदंबरम की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी अदालत में पैरवी करेंगे और सीबीआई की तरफ से अटॉर्नी जनरल बात रखेंगे। चिदंबरम को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई अदालत के विशेष जज अजय कुहाड़ की अदालत में इस मामले की सुनवाई होनी है। इस अदालत को खासकर भ्रष्टाचार के मामलों को सुनने के लिए बनाया गया है। उधर कॉन्फ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि पी. चिदंबरम के खिलाफ एक भी सबूत नहीं हैं, फिर भी सरकार ने कानून का गलत इस्तेमाल करके उन्हें सलाखों के पीछे डाला है। उन्होंने कहा कि एफआईआर में चिदंबरम का नाम नहीं है, आरोपपत्र में भी उनका नाम नहीं है। क्योंकि सीबीआई किसी तरह का सबूत पेश नहीं कर पाई है। सुरजेवाला ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में देश ने लोकतंत्र का गला घुटते हुए देखा है। जिस तरह से पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार उनके खिलाफ राजनीतिक द्वेष से काम कर रही है।सुरजेवाला ने कहा कि कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है, यही कारण है कि मोदी सरकार लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का एक्शन ले रहे है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ पी चिदंबरम बल्कि उनके बेटे कार्ति के खिलाफ भी एक्शन ले रही है। उन्हें सिर्फ एक ही अप्रूवर के बयान पर गिरफ्तार कर लिया गया, वो भी उसके बयान पर जिनपर अपनी ही बेटी की हत्या का आरोप है। चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम का कहना है कि जंतर मंतर पर बैठकर प्रदर्शन करेंगे और सीबीआई की गिरफ्तारी का विरोध करेंगे।