शिक्षण संस्था ही करा रही बालश्रम
किच्छा। (उद सम्वाददाता)। बाल श्रम रोकने के लिए जहां एक ओर प्रदेश तथा देश मे कड़े कानून बना रही है वहीं शिक्षण संस्थानों में बच्चो द्वारासफाई व्यवस्था सहित अन्य कार्य कराया जाना आम बात हो गयी है। कुछ ऐसा ही नगर के बंडिया स्थित एक शिक्षण संस्था के बच्चों द्वारा उस समय देखने को मिला जब विद्यालय के बच्चो को लकड़ियो को संस्था तक पहुॅचाने के लिए नन्हे हाथो में थमा दिया गया। साथ ही विद्यालय मे सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नन्हे बच्चों से कूड़ा फेंकने के लिए भेजा जाना कहीं न कहीं विद्यालय कमेटी की कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे मे खड़ा कर रहा है। ज्ञात हो कि बाल श्रम कानून को अमल मे लाने के लिए श्रम विभाग द्वारा समय-समय पर अनेक प्रकार के जागरुकता अभियान चलाये जाते है। जिससे 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चो से किसी प्रकार के काम पर न लगाया जाये तथा बच्चे अपने भविष्य की नीव को मजबूत बना सके। परन्तु दुकानो से अधिक काम अगर शिक्षण संस्थाओ द्वारा लिया जाने लगे तो आिखर नन्हे बच्चे कहां सुरक्षित है तथा अपने भविष्य को कैसे संवारे एक बड़ा सवाल खड़ा करता है ?
विद्यालय के बच्चों से काम कराये जाने की जानकारी प्राप्त होते ही उक्त मामले मे प्रबन्धक एवं विद्यालय कमेटी द्वारा संज्ञान लिया गया है, कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए बच्चों से काम कराये जाने पर कठौर कार्रवाही की जायेगी। महमूद,प्रन्धक