षड़यंत्र के तहत दर्ज कराई गई रपटःसंधू
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। गुरूद्वारा नानकमत्ता साहिब के सेवादार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में सोची समझी साजिश के तहत गुरूद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों के तहत थाने में रपट दर्ज कराई गयी है। जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह बात गुरूद्वारा प्रबन्ध कमेटी के महा सचिव प्रीतम सिंह संधू ने पत्रकारों से वार्ता करते कहा कि गुरूद्वारा प्रबन्ध कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के चुनाव सम्पन्न होने के पश्चात 21 दिसम्बर 2016 को नव निर्वाचित कमेटी ने कार्यभार सम्भाला। समझौते के अनुसार बाजपुर निवासी जसविन्दर सिंह गिल प्रथम डेढ़ वर्ष के लिये अध्यक्ष बने। श्री संधू ने बताया कि पदभार ग्रहण करते ही अध्यक्ष ने गुरूद्वारा साहिब की सम्पत्तियों पर काबिज से मिली भगत कर काम शुरू कर दिया तथा सोसाइटी के नियमों के विरूद्ध कार्य कर करोड़ों रूपये का गबन किया। संधू ने बताया कि जब उन्होंने इसकी जांच की मांग उठायी तो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जांच के निर्देश देने के पश्चात षड़यंत्र रचना शुरू किया गया व 14 जून को जगस्वरूप द्वारा आत्महत्या का आरोप सोची समझी साजिश के तहत उन पर व सचिव केहर सिंह पर लगाकर थाने में झूठा मामला दर्ज करा दिया। उनका कहना था कि मृतक की मां तथा भाई आज भी सेवा कर रहे हैं। उनका कहना था कि इस प्रकरण की जांच हेतु एसएसपी ने तीन सदस्ययी जांच कमेटी गठित कर दी है। संधू ने बताया कि जिन लोगों ने गुरूद्वारा साहिब की सम्पत्तियों पर कब्जा कर धन का दुरूपयोग किया वह नहीं चाहते कि कमेटी नियमानुसार कार्य करें। उनके साथ अन्य कई कर्मचारी भी शामिल है। वार्ता के दौरान रणजीत सिंह आदि मौजूद थे।