पिता ने चार बच्चों को कैंची से गोदा,एक की मौत, तीन गंभीर
घटना के बाद हत्यारा पफरार, नशे का आदी है आरोपी, पुलिस जांच में जुटी
काशीपुर;उद संवाददाताद्ध। अज्ञात कारणों के चलते एक बेरहम बाप ने कैंची से गोदकर अपने पुत्रा की हत्या कर दी। जबकि अन्य तीन बच्चों की हालत बेहद गम्भीर बनी हुई है। घटना के बाद हत्यारोपी बाप वहां से पफरार हो गया। सभी घायल बच्चांे को अस्पताल भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है। जानकारी के मुताबिक ग्राम निर्मलपुर, ठाकुरद्वारा, उत्तरप्रदेश निवासी रोहतास की ग्राम कालेवाला ठाकुरद्वारा में टेलर की दुकान है। गत दिवस वह दुकान पर नहीं गया और अपनी पत्नी कलावती को लेकर खेतों मंे काम करने चला गया और शाम को घर लौटने के बाद दोबारा खाना खा कर जंगलों मंे लकड़ी एकत्रा करने चला गया। घर में उसकी बेटी 18 वर्षीय सलोनी, 16 वर्षीय शिवानी, पुत्रा 14 वर्षीय रवि और 10 वर्षीय आकाश सो रहे थे। घर वापस आने के बाद अचानक रोहताष हमलावर हो गया और उसने कैंची लेकर चारों बच्चों पर ताबड़तोड़ प्रहार करने शुरू कर दिये। जिससे वहां चीख पुकार मच गयी। बच्चांे की चीख पुकार सुन घर के अन्य लोग भी जाग गये। जब उन्होंने यह मंजर देखा तो वहां हड़कम्प मच गया। इस दौरान मौका पाकर रोहताष वहां से पफरार हो गया। सभी घायल बच्चों को ठाकुरद्वारा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने रवि को मृत घोषित कर दिया। जबकी अन्य तीनों की हालत गम्भीर देखते हुए हायर सेंटर रेपफर कर दिया। परिजनों ने तीनों को गिरिताल काशीपुर स्थित कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया। तीनों घायलों का आईसीयू में इलाज चल रहा है। चिकित्सक मयंक अग्रवाल ने बताया सभी बच्चों के पेट पर गम्भीर प्रहार किए गये हैं। उन्हांेने बताया कि सलोनी व आकाश का आॅपरेशन किया गया है। दोनों बच्चों की हालत गम्भीर बनी हुई है। जबकी शिवानी ऽतरे से बाहर है। पिफलहाल आरोपित पुलिस गिरफ्रत से बाहर चल रहा है। मामले को लेकर पत्नी कलावती ने बताया कि आए दिन रोहताष शराब के नशे में ध्ुत होकर घर पहुंचता था। और मारपीट व गाली-गलौज करता था। बच्चों पर हमले के कारणों का पता नहीं है। पत्नी ने बताया कि शराब पीने को लेकर पारिवारिक कलह होती थी। वहीं ठाकुरद्वारा के कोतवाल मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पिता ने चार बच्चों पर हमला किया है। जिसमें से एक की मौत हो गई है। शुरूआती जांच में पत्नी ने पारिवारिक कलह होना बताया है। बच्चों पर हमला करने के कारणों का पता नहीं लगा है। पुलिस आरोपित की गिरफ्रतारी में जुटी है।