किशोर ने लगायी फांसी पड़ोसियों ने बचाया
रुद्रपुर। गत देर सायं ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्रंतर्गत शिव इंक्लेव कालोनी में बुरी संगत में पड़े किशोर ने पैसों की मांग पूरी न होने पर घर में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों के देख लिये जाने पर आसपास के लोगों ने किसी तरह कमरे का दरवाजा तोड़ किशोर को फांसी से उतारा। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस भीा मौके पर पहुंची तथा किशोर व उसके परिजनों से आवश्यक जानकारी ली। पुलिस ने बाल कल्याण समिति को भी घटना से अवगत करा दिया है। जानकारी के अनुसार करीब 13वर्षीय किशोर के पिता का दो वर्ष पूर्व निधन हो गया है जबकि माता का उसके बचपन में ही स्वर्गवास हो गया था। पिता की फाजलपुर महरौला में सम्पत्ति है। परिजनों ने बताया कि पिता के नशे की लत में होने के कारण उस पर कर्ज का बोझ बढ़ गया था और अपनी बीमारी का भी सही उपचार नहीं करा पाया जिस कारण बीमारी के चलते उनकी मौत हो गयी। माता पिता के निधन के पश्चात किशोर व उसके छोटे भाई व दो बड़ी बहनों का ताऊ हर प्रसाद ने पालन पोषण किया। किशोर के पिता के कर्ज को उतारने के लिए उसकी सम्पत्ति को 2-40लाख रूपए में बेच दिया गया जिसमें 40हजार रूपए कर्ज अदायगी में निपटाये गये जबकि दो लाख रूपए नकद मौजूद हैं। परिजनों का कहना है कि बड़ी बहनों को रिश्तेदारों के पास अन्यत्र भेजा गया है जबकि किशोर यहां रहकर गलत संगत में पड़ गया और परिजनों का कहना नहीं मानता तथा अक्सर नशे की हालत में भी रहता है। परिजनों का यह भी आरोप है कि जो व्यक्ति किशोर को नशा उपलब्ध कराता है उससे पैसों की मांग करता है तथा उसे गलत रास्ते पर चलने के लिए उकसाता है। इसी के चलते किशोर परिजनों से 2 लाख रूपए की मांग करता रहता है और न देने पर घर में झगड़ा करता है। परिजनों का कहना है कि जब गत दिवस भी किशोर ने 2 लाख रूपए नकद मांगे तो उससे कहा गया कि चारों भाई बहनों की यह सम्पत्ति है जिसके पश्चात किशोर अपने कमरे में चला गया और फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे जब ऐसा करते देखा तो शोर मचाया। शोर की आवाज सुनकर आसपास के कई लोग वहां आ गये और किसी तरह कमरे का दरवाजा तोड़ भीतर पहुंचे और किशोर को फांसी से उतारा। इधर मामले की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और किशोर को अपने संरक्षण में लेकर उससे व परिजनों से आवश्यक जानकारी ली। इधर परिजनों का कहना था कि वह किशोर के पिता की सम्पत्ति बेचने के पश्चात दो लाख की नकद धनराशि चारों बच्चों में समान रूप से बांटकर उनके नाम बैंक में एफडी कर देंगे। इधर किशोर के गलत संगत में पड़ने से परिजनों को उसके भविष्य की भी चिंता सता रही है। थानाध्यक्ष ने किशोर के संदर्भ में बाल कल्याण समिति को भी सूचित कर दिया है। समाचार लिखे जाने तक किशोर पुलिस के संरक्षण में था।