केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफः रावत
हल्द्वानी। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सीएम हरीश रावत ने हल्द्वानी में खिचड़ी दावत का आयोजन किया। खिचड़ी दावत में जहां विभिन्न संगठनों के लोग जुड़े थे तो वहीं स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने ने दूरी बनायी। इसमें नेता प्रतिपक्ष डा- इंदिरा व अन्य कई नेताओं की गैरमौजूगी की चर्चाये रही। इससे कांग्रेस की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज होने के आसार हैं। पूर्व सीएम हरदा ने मकरसंक्रांति लोकपर्व पर आयोजित खिचड़ी कार्यक्रम में राजनीति का तड़का लगाने में चूक नहीं की। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार गरीबों और दलितों पर अत्याचार कर रही है। ऐसे में शिल्पकार समाज को एकजुट होने की जरूरत है। हरीश ने कहा कि मोदी सरकार में गरीब, किसान और युवा हाशिये पर चला गया है। लोगों में हताशा है। इस कारण आम जनता ने भाजपा की केंद्र सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। यह दावा रावत ने हल्द्वानी में आयोजित खिचड़ी दावत में किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जुमलेबाजी कर देश की जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं। इसका खामियाजा उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी से लेकर उन्नति में दलित समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शिल्पकार समाज के लोगों ने देश की आजादी की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2014 में चुनाव जीतने के दौरान मोदी ने सरकार बनने के बाद प्रत्येक भारतीय के खाते में 15 लाख रपए डालने का वादा किया था, इतना ही नहीं उन्होंने दो करोड़ नौकरियां देने का भी वायदा किया। लेकिन हुआ क्या, देश की जनता को पता चल चुका है कि नोटबंदी और जीएसटी ने लोगों को बेरोजगार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार ने जनहित में जितनी भी घोषणाएं की थी, उन पर भाजपा सरकार ने तुषारापात कर दिया। पूरे देश में 3 करोड़ 25 लाख पद केंद्र सरकार ने फ्रीज कर दिए हैं। अकेले उत्तराखंड में 20 पदों को त्रिवेंद्र रावत सरकार ने फ्रीज किया है। हरदा ने कहा कि सरकार नौकरियां तो दे नहीं पा रही है। आरक्षण के नाम पर झुनझुना थमा रही है। अगर इस बार केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो पहले साल में किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा, दूसरे साल में हर हाथ को काम मिलेगा और तीसरे साल फ्रीज पदों को बहाल कर उन पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।उन्होंने कहा कि गरीबों को जमीन का मालिकाना हक दिलाने के लिए पट्टे नियमित करने की घोषणा की थी। पूर्व सरकार ने गरीबों को जमीनों का मालिकाना हक दिलाने का रास्ता खोला था। खुरपिया फार्म में बसे पांच सौ परिवारों को उनका मालिकाना हक दिलाने की कवायद भी शुरू हुई थी, लेकिन त्रिवेंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद गरीबों का वह हक भी छीनने का प्रयास कर रही है। सरकार उस जमीन को अडानी को दे रही है और वहां पर सोलर पैनल लगाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने भाजपा सरकार को गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि जनता को केंद्र और प्रदेश सरकार को करारा जवाब देना है। उन्होंने स्थानीय जनता के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस को फिर से मजबूती के साथ खड़ा करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल,सरिता आर्य, ललित फर्स्वाण, नारायण राम दास, महेशानंद, प्रयाग दत्त भट्ट, ललित जोशी, सुशील राठी, दीवान सिंह बिष्ट, आशा टम्टा, गोपाल सिंह नेगी, नारायण पाल, प्रशांत भैसोड़ा, खजान पांडे सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।