किच्छा की जनता का दिल जीत गए सीएम,बंद नही होगी किच्छा की चीनी मिल
( नरेश जोशी ) रूदपुर । सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भले ही किच्छा मे विधानसभा चुनाव के लगभग पौने दो साल बाद आये पर उन्होंने एक ही झटके में किच्छा वासियों की सारी कसक निकाल दी सीएम त्रिवेंद्र रावत ने हरीश रावत की हार का इनाम तो किच्छा को दिया ही साथ ही उन्होंने किच्छा वासियों को यह मैसेज भी दे दिया की प्रदेश सरकार किच्छा नगर के विकास को लेकर आगे भी तत्पर रहेगी बता दें कि 20017 के विधानसभा चुनाव में मौजूदा सीएम रहे हरीश रावत किच्छा सीट से चुनाव हार गए थे इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेश शुक्ला ने जीत तो हासिल की ही सात ही भाजपा ने पूर्ण बहुमत का आकड़ा पार करते हुये सत्ता में वापसी कर ली विधायक राजेश शुक्ला ने पूर्व सीएम हरीश रावत को विधानसभा चुनाव में हराकर भाजपा आलाकमान के समक्ष अपनी काबिलियत का एहसास करा दिया चुनाव के पौने 2 साल बीत जाने के बावजूद भी सरकार ने किच्छा को लेकर कुछ ऽास नहीं किया जिस की टीस यहां की जनता में देऽी जा रही थी इधर दुसरी और विपक्षी कांग्रेस भी किच्छा में भाजपा के िऽलाफ माहौल बनाने की कोशिश में लग गई थी हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस ने यह चुनाव जीत लिया लगातार दो बार विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को निकाय चुनाव में यह सफलता मिली थी जिससे कांग्रेसी गदगद दिऽ रहे थे बीते रोज किच्छा पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक के बाद एक घोषणाओं की झड़ी लगा दी सीएम रावत ने सरकारी संस्थानों को लेकर जो कदम उठाया यह किच्छा के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है साथ ही रोजगार को लेकर सीएम रावत ने ऽुरपिया में सिडकुल की बात की तो इधर दूसरी ओर बंदी के कगार पर ऽड़ी किच्छा की चीनी मिल पर एक अन्य प्लांट लगाने की घोषणा करते हुए यह मैसेज दे दिया कि किच्छा की चीनी मिल अब बंद नहीं हो सकती यहां बता दें कि गदरपुर के साथ साथ सितारगंज की चीनी मिल भी बंद हो चुकी है लगातार नुकसान झेल रही किच्छा की चीनी मिल को लेकर आशंका व्यत्तफ़ की जा रही थी कि सरकार कभी भी किच्छा की चीनी मिल को बंद कर देगी किंतु मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किच्छा की चीनी मिल में एथनॉल प्लांट की घोषणा करते हुए यह संदेश दे दिया कि सरकार किच्छा चीनी मिल के कर्मचारियों और मजदूरों का अहित नहीं चाहती।
निकाय चुनाव की हार का बदला ले गए सीएम
किच्छा । हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनाव में भाजपा की हार का बदला सीएम रावत ने ले लिया सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जहां नगला और लालपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने की घोषणा की साथ ही उन्होंने सिरौली को किच्छा नगर पालिका से अलग करते हुए वहां नगर पंचायत बनाने की घोषणा भी कर दी सीएम रावत ने निकाय चुनाव में हताश हुए किच्छा के भाजपाइयों को सीधे तौर पर यह संदेश दे दिया कि सूबे में भाजपा की सरकार है और सरकार जो चाहती है वह कर लेती है बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए नगरपालिका के चुनाव में भाजपा कांग्रेस से यह चुनाव हार गई थी निकाय चुनाव के आंकड़ो की बात करें तो कांग्रेस को सिरौली कला से एक तरफा वोट मिले थे यही बड़ा कारण था कि किच्छा चुनाव में भाजपा लंबे अंतराल से हार गई थी सूत्रें की माने तो विधायक राजेश शुक्ला ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के कान पर यह रणनीति फुक फूंक दी थी सीएम को यह बता दिया गया था कि सिरौली कला मुस्लिम बाहुल्य गढ़ है। इस कारण भाजपा यह चुनाव हार गई सीएम त्रिवेंद्र रावत ने एक तीर से दो शिकार कर दिए सीएम ने नगला और लालपुर को नगर पंचायत का दर्जा देते हुए सिरौली को भी नगर पंचायत का दर्जा दे डाला जिससे भाजपा के ऽेमे में ऽुशी की लहर दौड़ गई है।
बंद नही होगी किच्छा की चीनी मिल
रुद्रपुर । सीएम त्रिवेंद्र रावत कल किच्छा चीनी मिल को भी एक बड़ी सौगात देकर चले गए सीएम रावत ने बंदी के कगार पर ऽड़ी किच्छा की एकमात्र चीनी मिल पर एक अलग प्लांट लगाने की घोषणा कर दी सीएम रावत की घोषणा पूरी हो गई तो यह किच्छा चीनी मिल में काम कर रहे लोगों के लिए किसी वरदान से कम नही होगी बता दें कि सीएम की घोषणा के अनुसार एथनाल प्लांट अगर लगाया जाता है तो इससे ईधन प्राप्त होगा जानकारों का कहना है कि यह ईंधन ज्वलनशील पदार्थों को तैयार करता है चीनी मिल के जानकार बताते हैं कि एथनॉल को गन्ने के जूस से तैयार किया जाएगा मौजूदा हालातों की बात करें तो किच्छा चीनी मिल 100 करोड़ से ऊपर के कर्ज पर है साथ ही अगल बगल की सितारगंज और गदरपुर चीनी मिल बंद हो चुकी है गन्ने की पैदावार को बढ़ावा देने के लिए यह प्लांट लगना बेहद जरूरी था किसानों के हित की बात करें तो गन्ने की उपज कृषि के क्षेत्र में एक ताकतवर फसल मानी जाती है बताया जा रहा है कि गन्ने की उपज से किसानों को अच्छा पैसा मिल जाता है किंतु गन्ने का समय से भुगतान ना होना किसानों के लिए चिंता का विषय है एथनॉल प्लांट लगने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि गन्ना किसानों का भुगतान भी समय से हो पाएगा यहां गौर करने की बात यह है कि मौजूदा हालत में चीनी मिल की स्थिति बेहद ऽराब हो गई है जिसका कारण गन्ने का मूल्य ज्यादा होना और चीनी का मूल्य कम होना है अगर यह प्लांट लगाया जाता है तो इससे चीनी मिल में काम कर रहे मजदूरों और कर्मचारियों के साथ साथ किसानों का भी भला होगा।