पुलिस ने मिंडा के चार अनशनकारियों को जबरन उठाया
रुद्रपुर,11दिसम्बर। कार्य बहाली सहित विभिन्न मांगों को लेकर गांधीपार्क में पिछले करीब 80 दिनों से धरने पर एवं 9 दिन से अनशन कर रहे मिंडा श्रमिकों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ जहां अनशनकारी इंटरार्क व मिंडा के दस श्रमिकों को जबरन उठाकर जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया था आज कोतवाल कैलाश भट्ट की अगुवाई में पुलिस बल ने गांधीपार्क पहुंचकर िंमडा के पिछले चार दिन से अनशन पर बैठे श्रमिकों प्रकाश भट्ट, मदन बोरा, सपना व जमुना कोहली को जबरन उठाकर वाहनों में बैठा लिया और उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया। कोतवाल भट्ट का कहना था कि अनशनकारियों के स्वास्थ्य में निरन्तर गिरावट होने के कारण उनकी जीवनरक्षा के लिए उपचार हेतु जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया है। इधर पुलिस द्वारा चार अनशनकारियों को जबरन उठाकर ले जाने के पश्चात चार अन्य श्रमिकों शेखर चंद, पंकज सिंह, हिमानी बिष्ट व नंदन सिंह मेहता ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। अनशन स्थल पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन एवं पुलिस अधिकारी फैक्ट्री प्रबंधन के साथ मिलकर आंदोलित मजदूरों पर धरना एवं अनशन समाप्त करने के लिए दबाव बना रहे हैं। यदि यह अधिकारी फैक्ट्री प्रबंधन पर आंदोलित श्रमिकों की मांगों के समाधान के लिए दबाव डालें तो यह आंदोलन स्वतः समाप्त हो जायेगा। श्रमिक नेताओं ने कहा कि यदि अधिकारी यह सोचते हैं कि अनशन स्थल से श्रमिक अनशनकारियों को उठाकर दबाव बनाया जा सकता है तो यह उनकी भूल होगी। जब तक श्रमिकों की न्यायोचित मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता आंदोलन जारी रहेगा।