ध्वस्त हुई मोदी लहर…कांग्रेस की बल्ले बल्ले….!! एमपी,राजस्थान और छत्तिसगढ़ में भाजपा का सूपड़ा साफ,मिजोरम में टीएसआर सबसे बड़ा चेहरा
मध्य प्रदेश में सपा और बसपा के समर्थन से कांग्रेस बना सकती है सरकार
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में अब तक आए रुझानों में कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अकेले दम पर बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी बहुमत के आस-पास दिऽ रही है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार दोपहर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। माना जा रहा है कि राहुल और सोनिया मिलकर शाम तक पत्रकारों से रूबरू होंगे।पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गये है। अब तक तीन राज्यों में कांग्रेस का सबसे बेहतर प्रदर्शन दिख रहा है। जबकि एमपी कैसे राज्य में भाजपा का किला ध्वस्त हो चुका है। कांग्रेस नेता कमलनाथ का सिक्का चमक उठा और शिवराज सिंह को अब सरकार से बाहर होना पड़ेगा। वहीं राजस्थान में भी कांग्रेस सबसे आगे चल रही है जबकि मिजोरम में टीएसआर और तेलंगाना में भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन दिख है। आगमी लोकसभा के चुनाव से पहले सेमिफाईनल के रूप में देखे जा रहे इन पांच राज्यों के चुनाव के नतीजों को देखा जाये तो माना जा सकता है कि मिशन 2019 े पहले सत्तासीन भाजपा यानी देश की मोदी सरकार को अब तक का सबसे बड़ा झटका साबित हो सकता है। तीन राज्यों में भाजपा बहुमत से काफी दूर है जबकि कांग्रेस ने अपना परचम लहराना शुरू कर दिया है। एमपी में सपा और बसपा का सहयोग मिला तो भाजपा का सत्ता से बाहर होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी भी अब तक के रूझानों से उत्साहित है। अबतक के रूझानों पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश में कांग्रेस 109, बीजेपी 111, बीएसपी 4 और अन्य 6 सीटों पर आगे चल रही है। इसी बीच सपा और बसपा ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। यहां बहुमत के लिए 116 विधायकों का समर्थन चाहिए। राजस्थान में बीजेपी 102, कांग्रेस 74, बीएसपी 5 और अन्य 21 सीटों पर आगे चल रहे हैं। यहां बहुमत के लिए 100 सीटें चाहिए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अकेले दम पर सत्ता में आ गई है। यहां कांग्रेस को 65, बीजेपी को 18, अजित जोगी की पार्टी को 6 और अन्य को एक सीटें जाती दिऽ रही है। मालूम हो कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला ऐसा बड़ा चुनाव है, जिसमें कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के रुझानों में कांग्रेस फिर बहुमत के पार पहुंच गई है। कांग्रेस का आंकड़ा 102 पहुंच गया है। यहां पर वहीं अन्य उम्मीदवार निर्णायक भूमिका में हैं और 25 सीटें ऐसी हैं, जहां अन्य उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। दिग्गज नेताओं में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन, टोंक से सचिन पायलट, सरदारपुरा से अशोक गहलोत आगे चल रहे हैं। वहीं बीजेपी में मौजूदा गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया उदयपुर से पीछे चल रहे हैं। झालरापाटन से बीजेपी के दिग्गज नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह पीछे चल रहे हैं। उनके सामने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैं। बता दें कि मानवेंद्र सिंह हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए थे और कांग्रेस ने उन्हें शिव विधानसभा सीट के बजाय राजे के सामने उतारा था। राजस्थान में कांग्रेस की बढ़त को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि मुख्यमंत्री का मामला आपके सामने नहीं कहूंगा और यह राहुल गांधी की मेहनत है। साथ ही गहलोत आश्वस्त हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। साथ ही गहलोत ने कहा,अगर निर्दलीय हमारे साथ आएं तो स्वागत और बहुमत होने पर भी गैर बीजेपी दलों का स्वागत किया जाएगा। बीजेपी ने बिना मुद्दे के चुनाव लड़ा और राजस्थान में कांग्रेस को जनादेश मिला। वहीं सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी और उन्होंने आशीर्वाद के लिए जनता का शुक्रिया अदा किया। साथ ही पायलट ने कहा मुख्यमंत्री पद पर फैसला आलाकमान की ओर से किया जाएगा। हमनें राहुल के नेतृत्व में 5 साल काम किया है और राहुल जी के लिए तोहफे की तरह है।