लोकायुक्त और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष का जमकर हंगामा
सरकार के दावों पर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष ने साधा निशाना
देहरादून। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने नियम 310 में लोकायुत्तफ़ बिल पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करते हुए प्रश्नकाल को रोक कर बिल पर चर्चा कराने की मांग की। इस दौरान कांग्रेसी विधायक वेल पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पीठ ने इसे नियम 58 पर सुनने की बात कही। विपक्ष ने कहा कि इस पर इसी समय चर्चा हो। नियम 58 में चर्चा के लिये बाद में विपक्ष तैयार हो गया। संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा विपक्ष का एक भी प्रश्न नहीं है, इसलिए प्रश्नकाल रोक रहे हैं। लोकायुत्तफ़ सदन का विषय, पीठ ग्राह्यता पर सुनने को तैयार है। वहीं सदन में लोकायुक्त बिल पर चर्चा कराने की मांग करते हुए नेता प्रतिपक्ष डा- इंदिरा हृद्येश ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार पूरी तरह से चरम पर जिसके पुख्ता सबूत भी उनके पास है। इंदिरा ने कहा कि जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली सरकार में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। भाजपा सरकार ने अपने दावे के अनुरूप अब तक प्रदेश में लोकायुक्त का गठन तक नहीं कर पायी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर जल्द सरकार ने लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं की तो कांग्रेस द्वारा पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जायेगा। विधानसभा में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने अब तक लोकायुक्त की नियुक्ति टाल कर भ्रष्टाचारियों को बचाने काम किया है। भाजपा सिर्फ वायदे करते रहती है जबकि धरातक पर अब तक कोई भी वादा पूरा नही कर पायी है। उन्होंने कहा कि किसानों, बेरोजगारों के मुद्दे पर सरकार खामोश है। प्रदेश में कानून व्यवस्था चैपट भी हो चुकी है। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में भाजपा विधायक सल्ट सुरेंद्र सिंह जीना ने शिक्षा मंत्री से शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाते हुए सवाल किया। शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों कमी को लेकर कहा कि सरकार गेस्ट टीचरों की नियुक्ति करा रही है। सदन में शिक्षा मंत्री ने ऐलान करते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में 15 दिन के भीतर गेस्ट टीचरों को भेजा जायेगा।