जब बाजार टूट रहा था तब कहां थे मुख्यमंत्री…- बेहड़
रूद्रपुर। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री की जनसभा फ्रलाप साबित हुई है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले की तरह एक बार फिर शहर की जनता के साथ-साथ नजूल पर बसे लोगो को धोखा दिया है। मुख्यमंत्री ने नजूल पर बसे लोगो को मालिकाना हक देने का कोई आश्वासन नही दिया। मुख्यमंत्री जो आज सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं, उन्हें ज्ञात होना चाहिये के सुप्रीम कोर्ट जाने का समय निकल चुका है। विशेष विधानसभा सत्र बुलाकर कानून बनाकर नजूल पर बसे लोगो को बचाया जा सकता है। इससे प्रतीत होता है की राज्य सरकार नजूल के मामले में गम्भीर नही है मात्र निगम चुनाव में वोट लेने के लिये जनता को गुमराह कर रहे हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री किस हक से रूद्रपुर आकर वोट मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री को रूद्रपुर की जनता से वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनते ही कांग्रेस द्वारा बनायी गयी नजूल नीति रोक कर नजूल पर बसे लोगों को उजाड़ने का काम किया। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश के बाद जब रूद्रपुर बाजार टूट रहा था तब व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सांसद भगत सिंह कोश्यारी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से हरिद्वार मे मिले लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई आश्वासन और मदद करने के बजाय व्यापारियों का मजाक उड़ाया। यहां तक कि देहरादून में भी व्यापारी भाई जब मुख्यमंत्री से मिलने गये तो व्यापरियों की पीड सुनना तो दूर मुख्यमंत्री ने सही ढंग से बात तक करना मुनासिब नहीं समझा। आज किस हक से मुख्यमंत्री रूद्रपुर आकर भारतीय जनता पार्टी के मेयर और पार्षदों के लिये वोट मांग रहे हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि राईस मिलर्स एसोसिएशन किसी मामले में जब देहरादून मे मुख्यमंत्री से मिलने गये तो मुख्यमंत्री ने राईस मिलर्स को चोर बताते हुए उनकी कोई मदद नहीं की। इसे भारतीय जनता पार्टी का व्यापारी विरोधी चेहरा सामने आया है। जिस भारतीय जनता पार्टी को व्यापारियों ने लोकसभा एवं विधानसभा में भारी मतों से भाजपा को विजयी बनाया, आज प्रदेश में भाजपा की सरकार अतिक्रमण की आड़ में दुकानों व भवनों का ध्वस्तीकरण कर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है। श्री बेहड़ ने कहा कि भले हीं प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं है फिर भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेसी नेताओं ने व्यापारियों के साथ लगातार दुःऽ की घड़ी में सहानुभूति के साथ ऽड़े रहकर उन्हे हरंसभव मदद किया व बाजार क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा किये गये हर प्रदर्शन में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। श्री बेहड़ ने कहा कि जब बाजार टूट रहा था तो एक भी भाजपा नेता व्यापरियों के हित में सामने नहीं आया। चाहे वो सांसद हो, विधायक हो या फिर अन्य कोई वरिष्ठ नेता, किसी ने भी व्याापरियों की सुध नहीं ली। भाजपा के स्थानीय विधायक स्वंय प्रशासनिक अमलों के साथ बाजार तोड़ने की भूमिका बना रहे थे। आज जब चुनाव का समय आया तो इन नेताओं को रूद्रपुर की याद आयी। विधायक किस हक से बाजार में घूम कर मेयर व पार्षद प्रत्याशियों के लिये वोट मांग रहे हैं। जनता आने वाली 18 तारीऽ को भजपा के नेताओं को मुंहतोड़ जवाब देगी।