वार्ड 39 में बागियों ने बढ़ाई भाजपा की मुश्किल
भाजपा के दो बागियों सहित छह प्रत्याशी है लड़ रहे हैं चुनाव, तीन बार सभासद रह चुकी निर्दलीय शीला कक्कड़ भी हैं मैदान में
जगदीश चंद/अमित गुंबर
रूद्रपुर। निकाय चुनाव की सरगर्मियां उफान पर हैं। वार्डों में पार्षद पद के लिए भाजपा कांग्रेस के साथ साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। आवास विकास क्षेत्र के वार्ड 39 में इस बार भाजपा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित छह प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा के दो बागी चुनाव मैदान में होने से पार्टी को इस सीट पर मुश्किलें आ सकती है। वहीं तीन बार सभासद रह चुकी शीला कक्कड़ एक बार फिर निर्दलीय चुनाव लड़ रही है,जिससे इस सीट पर मुकाबला रोचक होने के आसार हैं। 2428 मतदाताओं वाले इस वार्ड में आवास विकास के साथ इस बार जगतपुरा का आंशिक क्षेत्र भी जोड़ा गया है। वार्ड के आवास विकास वाला क्षेत्र पिछली बार भाजपा के कब्जे में था। यहां से धीरेन्द्र भट्टð पार्षद निर्वाचित हुए थे। जबकि जगतपुरा का आंशिक क्षेत्र पूर्व कांग्रेसी पार्षद मोनू निषाद के वार्ड में आता था। हालाकि वार्ड के क्षेत्रफल में बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है, फिर भी जगतपुरा के आंशिक क्षेत्र में जन घनत्व अधिक होने से वहां के 700 वोट इस वार्ड में बढ़ गये हैं। इस बार वार्ड से भाजपा के टिकट के लिए लम्बी फेहरिस्त थी। भाजपा के टिकट के लिए नरेश उप्रेती के साथ-साथ सुरेन्द्र सिंह सरजू, रमेश कालड़ा भी मैदान में थे। भाजपा ने यहां पर नरेश उप्रेती को चुनाव मैदान में उतारा है। टिकट कटने के बाद इस सीट पर रमेश कालड़ा ने बगावत कर पाला बदल लिया और कांग्रेस ने उन्हें टिकट देकर प्रत्याशी बना दिया। जबकि भाजपा के टिकट की दौड़ में शामिल सुरेन्द्र सिंह सरजू ने निर्दलीय ताल ठोकी है। आम आदमी पार्टी ने यहां पर दीपक विश्नोई को चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि लगातार तीन बार पूर्व में सभासद रह चुकी शीला कक्कड़ और विमल कुमार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के दो बागियों के चुनाव लड़ने से इस सीट को बचाना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। दूसरी तरफ तीन बार सभासद रह चुकी शीला कक्कड़ भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए मुश्किलें ऽड़ी कर रही हैं। कांग्रेस के रमेश कालड़ा पिछली बार भी इस सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ चुके है। तब वे मात्र 74 वोटों से वह चुनाव हार गये थे। समाज सेवा और धार्मिक कार्यों के साथ साथ राजनीति में भी सक्रिय होने के कारण उन्हें इस बार उन्हें चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद है। दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशी नरेश उप्रेती को भाजपा के कैडर वोटों के साथ साथ पर्वतीय वोटों का भी लाभ मिलने की उम्मीद है। निर्दलीय प्रत्याशी शीला कक्कड़ का मानना है कि लगातार तीन बार सभासद रहकर उन्होनें वार्ड में जो विकास कार्य किये हैं वह किसी और वार्ड में नहीं हुए। जिसका लाभ उन्हें इस चुनाव में मिलेगा। शीला कक्कड़ तेज तर्रार और अनुभवी नेत्री मानी जाती हैं। वार्ड में उनकी पकड़ भी मजबूत मानी जाती है जिसके चलते वह भाजपा कांग्रेस के लिए मुश्किलें ऽड़ी कर सकती हैं। वहीं निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रेडिमेड व्यवसायी सुरेन्द्र सिंह सरजू को पूर्व में निर्दलीय चुनाव लड़ चुके बगीच सिंह का भी समर्थन मिलने से वह अपनी स्थिति मजबूत मान रहे हैं। साथ ही वह मानते हैं कि वह समाज सेवा में आगे रहे हैं और वार्ड की जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए भी उन्होंने प्रयास किये हैं जिसका लाभ उन्हें चुनाव में मिल सकता है। जबकि आम आदमी पार्टी के दीपक विश्नोई का मानना है कि भाजपा कांग्रेस को नकारकर इस बार जनता उन्हें अपना प्रतिनिधि चुनेगी। निर्दलीय विमल कुमार भी वार्ड में अपनी किस्मत आजमाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। कुल मिलाकर इस वार्ड में निर्दलियों के ताल ठोकने से मुकाबला दिलचस्प होने के आसार हैं।
वार्ड में सड़कों, और नालियों की हालत सुधारी जायेगी। पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। साथ ही वार्ड वासियों को आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए प्राथमिकता से काम करेंगे। पथ प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के लिए गेट और सीसी कैमरों की व्यवस्था कराई जायेगी। वार्ड में विद्युत व्यवस्था में सुधार और सफाई व्यवस्था भी दुरूस्त करेंगे।
-नरेश उप्रेती,भाजपा प्रत्याशी
वार्ड में सड़कों, नालियों की दुर्दशा है इन्हें दुरूस्त करना पहली प्राथमिकता है। पाकों की हालत सुधारकर इनका सौंदर्यीकरण किया जायेगा। जलभराव से वार्डवासियों को निजात दिलाने के लिए पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे। कालोनी में गेट लगाये जायेंगे और सीसी कैमरों की व्यवस्था की जायेगी। सड़क, पानी बिजली की व्यवस्था दुरूस्त की जायेगी। आवारा पशुओं से लोगों को निजात दिलायेंगें। जनता की सारी शिकायतों को दूर रने के प्रयास किये जायेंगे। नजूल भूमि पर मालिकाना हक दिलाने की लड़ाई में सबसे रहेंगे।
-रमेश कालड़ा, कांग्रेस प्रत्याशी
वार्ड में विकास के नाम पर पिछले 5वर्षों में कुछ नहीं हुआ। मेरा प्रयास रहेगा कि सड़क, नाली और सफाई की व्यवस्था दुरूस्त हो। वार्ड 38 की तरह यहां भी गेट और सीसी कैमरों की व्यवस्था की जायेगी। लो वोल्टेज के समाधान के साथ ही नये विद्युत पोल लगाना और जर्जर तारों को बदलना मेरी प्राथमिकता होगी।पेयजल समस्या के लिए सोसायटी के माध्यम से समर सिबेल की व्यवस्था की जायेगी। वार्ड में साफ सफाई व्यवस्था सुदृढ़ कराई जायेगी।
-सुरेन्द्र सिंह सरजू, निर्दलीय प्रत्याशी
वार्ड में मलिन बस्ती जगतपुरा का जो नया क्षेत्र जुड़ा है उसकी हालत दयनीय है। सबसे पहले उसकी हालत सुधारी जायेगी। वहां पर सडक नालियां और विद्युत व्यवस्था को प्राथमिकता से दुरूस्त किया जायेगा। आवास विकास में कमेटी बनाकर गेट लगाये जायेंगे और सीसी कैमरे लगाने के साथ ही पार्कों का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। जो सड़कें ऽराब हैं उन्हें जल्द से जल्द बनाने के लिए प्रयास किये जायेंगे। वायदे नहीं काम करके दिऽायेंगे। जनता का अधिकार उन्हें दिलाने के लिए हर लड़ाई लड़ने को तत्पर रहूंगी।
-शीला कक्कड़, निर्दलीय प्रत्याशी