‘केदारनाथ’ के फिल्मी ट्रेलर में हुआ घोर अपमान!

‘त्रासदी’ पर बनी बाॅलीवुड फिल्म में अश्लील एक्शन से पनप रहा आक्रोश,एक मिनट 39 सेकंड के ट्रेलर और फिल्म पोस्टर में केदारनाथ की तबाही और नायक व नायिका के बोल्ड सीन, नायक के नमाज अदा करने की झलक,फिल्म के निर्देशक का पुतला फूंका,धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप,विहिप समेत तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय लोगों ने जताया विरोध

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देहरादून। केदारनाथ में वर्ष 2013 की त्रासदी पर बनी फिल्म का विरोध रिलीज होने से पहले ही होने लगा है। इतना ही नहीं फिल्म के ट्रेलर और पोस्टर में बाबा केदारनाथ के प्रति लोगों की आस्था को आहत करने आरोप लगाते हुए कुछ लोगों ने तो इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर दी है। हांलाकि लोगों के आक्रोश के बाद केदारनाथ फिल्म को लेकर प्रदेश सरकार का कहना है कि फिल्म को जांच के बाद ही रिलीज किया जायेगा। इधर आपदा से जोड़कर बनाई गई फिल्म केदारनाथ का टीजर रिलीज होने के बाद हंगामा मचना शुरू हो गया है। एक ओर जहां तीर्थ पुरोहित समाज ने इसे धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ बताया, वहीं कुछ लोग फिल्म के दृश्य को देखकर काफी आक्रोशित हैं। उन्होंने आस्था के साथ किये जा रहे खिलवाड़ पर घोर आपत्ति जताई है। दिसम्बर माह में रिलीज हो रही फिल्म केदारनाथ का पोस्टर एवं ट्रेलर रिलीज होते ही विरोध भी शुरू हो गया है। दरअसल, फिल्म केदारनाथ का सोशल मीडिया पर एक मिनट 39 सेकंड का टीजर व पोस्टर रिलीज हुआ। इसके बाद फिल्म के टीजर व पोस्टर रिलीज होने के साथ ही कई सवालों ने भी जन्म ले लिया है। अभिषेक कपूर निर्देशित इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत व सारा अली खान मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के एक हिस्से की शूटिंग केदारनाथ व आसपास के क्षेत्र में हुई है। लिहाजा, उत्तराखंड में इस फिल्म को लेकर उत्साह होना स्वाभाविक था, मगर फिल्म के टीजर व पोस्टर कुछ और ही कहानी बयां करते दिख रहे हैं। टीजर में एक तरफ केदारनाथ तबाह होता नजर आ रहा है, तो दूसरी ओर नायक-नायिका बोल्ड किस सीन करते दिख रहे हैं। टीजर में भगवान शंकर की मूर्ति, घंटे-घड़ियाल के दृश्यों के साथ स्क्रीन पर लिखा आता है कि इस साल करेंगे सामना प्रकृति के क्रोध और साथ में होगा सिर्फ प्यार। इस दौरान फिल्म के नायक की नमाज अदा करते एक झलक भी दिखाई देती है। फिल्म के टीजर को देखकर यह अनुमान लगाने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए कि फिल्मकार ने हिंदू मान-मर्यादाओं, प्रतीकों व संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।फिल्म के पोस्टर में नायक सुशांत कंडी में नायिका सारा को पीठ में लादकर ले जाते हुए दिख रहे हैं। पोस्टर की पृष्ठभूमि में करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र बाबा केदारनाथ के मंदिर का चित्र दर्शाया गया है और फिल्म रिलीज की तिथि के साथ जो टैगलाइन दी गई है उसका मतलब है कि प्यार एक तीर्थ यात्रा है। यानी श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले प्रेम पुजारी होते हैं।वहीं टीजर में दिखाये गये दृश्यों पर तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई है। उनकी माने तो करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ की आस्था के साथ फिल्म निर्माता ने खिलवाड़ किया है। फिल्म को धर्म से जोड़कर दिखाया गया है, जबकि ऐसे दृश्य दिखाए गये हैं जो श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज का कहना है कि आपदा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, जबकि सिर्फ फिल्म में प्रेम प्रसंग का मामला दिखाया गया है। यह भगवान केदारनाथ की आस्था के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित समाज एवं स्थानीय जनता फिल्म केदारनाथ का घोर विरोध करती है। विश्व हिन्दू परिषद ने धार्मिक मान्यता व आस्था पर कुठाराघात करने के उद्देश्यों से काल्पनिक कहानी पर बनी फिल्म केदारनाथ को देवभूमि उत्तराखंड में रिलीज न करने की मांग की है। मांग को विहिप कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा कि श्री बदरी केदार, गंगोत्री यमुनोत्री, देवभूमि उत्तराखंड ही नहीं सम्पूर्ण विश्व के हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक हैं। कहा कि फिक्चर का नाम हमारे आराध्य केदारनाथ के नाम पर न हो व इसका टाइटल बदला जाए। कहा सोची समझी साजिश के तहत हमारी आस्था पर चोट करने वाली इस कथित मूवी को देवभूमि उत्तराखंड में कदापि रिलीज न होने के आदेश अविलंब निर्गत किया जाय। कहा इस फिल्म को उत्तराखंड में रीलिज करने से धार्मिक भावनाएं आहत होगी। ज्ञापन देने वालों में जिला मंत्री संजय थपलियाल, रवि कुमार अग्रवाल, पंकज नेगी, अमित शर्मा, सुनील कुमार सैनी, रजनीश, सचिन माहेश्वरी आदि थे।
सारा और सुशांत की नायकी में बनी है फिल्म
देहरादून। सारा और सुशांत की अपकमिंग फिल्म केदारनाथ का ट्रेलर रिलीज होते ही बवाल शुरू हो गया है। भाजपा नेता भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने हाल ही में जारी फिल्म के प्रोमो और टीजर पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर डली उनकी एक पोस्ट पर बड़ी संख्या में कमेंट्स आए हैं। इस पोस्ट पर ज्यादातर लागों ने उनके उठाए सवालों पर सहमति जताई है। फेसबुक पर डाली गई अपनी पोस्ट में अजेंद्र ने लिखा कि वर्ष 2013 की त्रासदी पर बनाई जा रही फिल्म को लेकर खासा उत्साह था, लेकिन वो अब आशंकाओं में तब्दील होता दिख रहा है। फिल्म के जारी एक मिनट 39 सेकंड के टीजर व पोस्टर में केदारनाथ की तबाही और नायक-नायिका के बोल्ड सीन, नायक के नमाज अदा करने को भाजपा नेता ने हिंदू मान-मर्यादाओं और प्रतीकों के साथ खिलवाड़ करार दिया है। अजेंद्र ने फिल्म रिलीज की तिथि के साथ दी गई टैग लाइन ‘‘प्यार एक तीर्थ यात्रा है’ पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने फिल्म की नायिका के इंस्टाग्राम पर जारी पोस्टर में लिखे गए उस कैप्शन पर भी एतराज जताया है, जिसमें लिखा है कि कोई त्रासदी नहीं, भगवान का कोई कार्य प्रेम की शक्ति को पराजित नहीं कर सकता। अजेंद्र ने लिखा है कि केदारनाथ जैसे धाम को पृष्ठभूमि में रखकर ऐसी फिल्म का निर्माण घोर आपत्तिजनक है और हिंदू आस्था पर सीधा प्रहार है। बता दें कि सारा अली खान की ये डेब्यू फिल्म है। फैंस ने इस ट्रेलर को खूब पसंद किया है। यह एक लव स्टोरी है। डायरेक्टर अभिषेक कपूर की यह फिल्म इसी साल 7 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म के टीजर में कोई डायलाग नहीं है बल्कि केवल म्यूजिक है जो कहानी की एक झलक देगा और कई सवाल छोड़ जाएगा।
आपदा के नाम पर आस्था से खेलने की साजिश
रुद्रप्रयाग। आपदा के जख्मों व खसदी की भयानक यादों से अब तक उत्तराखंडवासियों के साथ स्थानीय लोग उबर नहीं पाये है जबकि पांच वर्ष बाद गमगीन यादों व अपनों को खोने का दूख तथा तब के हालातों को दूनिया के सामने प्रदर्शित करने के उद्देश्य से बनी केदारनाथ फिल्म का टीजर रिलीज होते ही विवादों का दौर भी शुरू हो गया है। जगह-जगह फिल्म का विरोध किया जा रहा है। सतेराखाल में स्थानीय लोगों ने केदारनाथ फिल्म के निर्देशक एवं अभिनेता व अभिनेत्री का पुतला फूंका। सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय लोगों ने सतेराखाल बाजार में एकत्रित हुई और केदारनाथ फिल्म का विरोध करना शुरू किया। बिष्ट ने कहा कि फिल्म के टीजर देखने से साफ प्रतीत होता है कि फिल्म बनाने वालों ने हिन्दू धर्म की आस्था व स्थानीय जनभावनाओं का अपमान किया है। बहुत लम्बे समय से सभी केदारनाथ फिल्म का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही आये इस फिल्म के टीजर से साफ हो गया है कि इस फिल्म की कहानी का केदारनाथ आपदा से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि सिर्फ और सिर्फ स्थानीय जनता व पूरे हिन्दू समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना मात्र है। टीजर में मुस्लिम लड़के और हिन्दू युवती की प्रेम कहानी को दिखाया गया है, जबकि दुनिया जानती है कि इस तबाही में हजारों लोग काल के ग्रास में समा गये थे।

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