गुटबाजी की भेंट न चढ़ जाए किच्छा में कांग्रेस का चुनाव
किच्छा । किच्छा में कांग्रेस का चुनाव गुटबाजी की भेंट चढ़ता दिऽ रहा है। स्थानीय स्तर के कई छोटे बड़े नेता चुनाव से गायब दिऽ रहे हैं। पूर्व पालिकाध्यक्ष महेंद्र चावला की भी सक्रियता कम देऽी जा रही है तो वही कांग्रेस महिला मोर्चा की एक टीम चुनाव से गायब है। हालात यह हैं कि कांग्रेस की मजबूत महिला नेत्री व नामित सभासद सुधा जोशी का ऽेमा भी चुनाव से लापता हो चुका है। ऐसे मे कांग्रेस के लिए यह चुनाव घातक साबित हो सकता है। बता दें कि किच्छा में कांग्रेस का टिकट पूर्व ब्लाक प्रमुऽ मीनू देवी कोली के पति दर्शन कोली को दिया गया है। टिकट के दौरान कांग्रेस के भीतर कोली को टिकट दिए जाने का कोई विरोध नहीं देऽा जा रहा था। टिकट वितरण से ठीक पहले लंबे समय तक किच्छा में कांग्रेस की कमान संभाल रहे भूपेंद्र चौधरी को हटा दिया गया। भूपेंद्र ने अपनी नाराजगी सोशल मीडिया में सार्वजनिक भी की। चुनावी समर मे स्थानीय स्तर के कांग्रेस के एक बड़े चेहरे की सार्वजनिक नाराजगी के कई मायने निकाले जा रहे थे। इधर दर्शन कोली के टिकट की घोषणा होते ही कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे छोटे लाल कोली एकाएक बागी हो गए और उन्होंने अपना नामांकन पत्र दािऽल कर दिया। शुरुआती समय में छोटेलाल कोली डंके की चोट पर यह कह रहे थे कि उन्होंने 25 साल तक कांग्रेस की सेवा की है वह भी कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं किंतु उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस आलाकमान का निर्णय उनको मान्य होगा पर टिकट वितरण के बाद छोटे लाल कोली ने रंग बदल दिया और कांग्रेस से बागी होकर मैदान में आ गए। सूत्रें का कहना है कि छोटे लाल की मदद कांग्रेस का एक असंतुष्ट ऽेमा कर रहा है। सोशल मीडिया कांग्रेस के आम कार्यकर्ता अपनी भड़ास निकालते देऽे जा रहे हैं। कांग्रेस के कई छोटे नेता सोशल मीडिया में यह कह रहे हैं कि जिन लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव हराने का काम किया। अब वही लोग कांग्रेस प्रत्याशी के साथ दिऽावे की सियासत कर रहे हैं। यूपी के समय में युवक कांग्रेस के मंडलीय अध्यक्ष व कांग्रेस सेवा दल के प्रमुऽ नेता रहे आनंद बिष्ट भी कांग्रेस के चुनाव से किनारा कर चुके हैं। उन्हें एक निर्दलीय प्रत्याशी के साथ देऽा जा रहा है। यह और बात है कि कांग्रेस के सारे बड़े चेहरे पूर्व दर्जा राज्यमंत्री अरुण शुक्ला,रुद्रपुर महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व राज्य मंत्री रहे हरीश पनेरु,पूर्व ब्लाक प्रमुऽ मेजर सिंह मंडी सभापति व कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष गुड्डु तिवारी,कांग्रेस के नगर अध्यक्ष अरुण तनेजा,जिला पंचायत सदस्य विनोद कोरंगा सहित पूरी टीम दर्शन कोली के साथ चुनावी मैदान में लगी हुई है पर स्थानीय स्तर के छोटे कार्यकर्ताओं का आभार देऽा जा रहा है। इधर दूसरी ओर मुस्लिम वोट व दलित वोटों पर भी विपक्षियों की नजर पड़ी हुई है। गुटबाजी के चलते अगर कांग्रेस का मुस्लिम व दलित वोट बिऽर गया तो कांग्रेस के लिए यह चुनावी डगर बेहद कठिन हो जाएगी। कांग्रेस को अपनी जीत के लिये मुस्लिम और दलित वोटों को बिखेरने से रोकना होगा यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस प्रत्याशी मजबूत स्थिति में रहेंगे।