पचास हजार रूपये घूस लेते नायब तहसीलदार बंदी
देहरादून। सूबे में घूसखारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। आये दिन कभी रंगदारी तो कभी भ्रष्टचार के मामले प्रदेश सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति को जोर का झटका लगा रहे है। यहां ऋषिकेश के जयराम आश्रम में हरे पेड़ों को काटने के लिये होने वाली नीलामी प्रक्रिया में ग्राम प्रधान राखी को बकायदा जांच रिपोर्ट क्लीयर कराने के लिये घूस की मांग की गई। ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद विजिलेंस की टीम ने नायब तहसीलदार मुन्ना सिंह चैहान को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि घूस की ऐवज में रायवाला की ग्राम प्रधान राखी से तहसीलदार ने पचास हजार रूपये मांग शर्त के अनुसार राखी के पक्ष में जांच रिपोर्ट तैयार करने के लिये की गई। गौर हो कि यह मामला वर्ष 2014 का है जिसमें हरे पेड़ों को काटने की शिकायत के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर जांच की गई। हांलाकि मामले की जांच के बाद क्लीन चिट मिल गई। इसके बावजूद दोबारा शिकायत के बाद नायब तहसीलदार को जांच सौपी गई। लेिकन जांच की आड़ में उसने ग्राम प्रधान को क्लीन चिट देने के लिये पचास हजार देने की डिमांड कर दी। घूस मांगने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत जिलाध्किारी और विजिलेंस को कर दी। मामला पकड़ में आने के बाद आज विजिलेंस की टीम ने जयराम आश्रम से आरोपी नायब तहसीलदार मुन्ना सिंह चैहान निवासी विकासनगर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।