चार लोगों से जान का खतरा,कोली ने जतायी हत्या की आशंका
भाजपा के बागी सुरेश कोली का कांग्रेस को भी झटका...गरीब बस्ती आजाद मोर्चा का साथ देने का ऐलान
रुद्रपुर। रूद्रपुर नगर निगम चुनाव आयेदिन नई करवट बदलता जा रहा है। टिकट वितरण से लेकर नामांकन वापसी तक लेकर हर रोज नई उठापटक देखने को मिल रही है। चाहे कांग्रेस हो अथवा भाजपा जिसमें टिकट वितरण के बाद से ही कई लोग नाराज हो गये, कईयों ने पार्टी से पाला बदल लिया तो कई लोग आक्रामक मुद्रा में आ गये तो कई लोग अपने अपने मोर्चे बनाकर चुनाव लड़ने को उतर गये। इसी उठापटक को आज पूर्व मेयर सोनी कोली के पति सुरेश कोली ने आज बयान जारी कर इस चिंगारी को और हवा दे दी है कि जब उन्होंने कहा कि मुझे शहर के चार लोगों से अपनी जान का खतरा है और यह लोग चुनाव के दौरान अथवा चुनाव के बाद भी कोई दुर्घटना अथवा उनकी हत्या करवा सकते हैं। यदि उनके साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी होती है तो उसके लिए पूर्ण रूप से यह चार लोग जिम्मेदार होंगे। पत्रकारों से वार्ता करते हुए सुरेश कोली ने अपनी जान का खतरा जिन चार लोगों पर जताया है वह चारों ही लोग शहर के प्रतिष्ठित हैं और सम्मानजनक पेशे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को इन चार पूंजीपतियों ने खरीद लिया है और षडयंत्र के तहत उनका टिकट कटाकर एक अन्य व्यक्ति को पार्टी का टिकट दिला दिया है। जब उन्होंने इस बात का विरोध जताया तो उक्त चारों लोग मुखर हो गये और अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए साजिश रचने लगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने रूद्रपुर नगर निगम में चुनाव के चलते गलत निर्णय लिया है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। भाजपा नेता दिलीप अधिकारी ने गरीब बस्ती आजाद मोर्चा का गठन किया और आठ प्रत्याशियों को चुनाव में खड़ा किया है। ऐसे ही नजूल बस्ती आजाद मोर्चा जो उनके संरक्षण में बनाया गया है यह दोनों मोर्चा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे क्योंकि इनके पास 25 निर्दलीय प्रत्याशी हैं। पार्षदों को चुनाव लड़ाने के बाद ही मेयर पद के लिए विचार किया जायेगा और भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी रामपाल सिंह को किसी भी कीमत पर चुनाव में जीतने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव को लेकर उक्त चारों लोग उनके खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं और उन्हें झूठे केस में फंसाने की योजना बनायी जा रही है तथा उन्हें रास्ते से हटाने के लिए यह चार लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। हालांकि कोली ने उम्मीद जतायी कि यह मामला हाईकोर्ट में चला गया है और वह यह केस जीतेंगे तथा नगर निकाय का चुनाव रद्द किया जायेगा। उसके बाद वह पुनः चुनाव लड़कर जीत हासिल करेंगे।