बागियों पर बरसे अजय भट्ट,ठुकराल ने चेताया

भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष,एकजुट होने का किया आह्वान

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रूद्रपुर। जिले में अपने पदाधिकारियों की बगावत से नाराज भाजपा हाईकमान ने अब मेयर प्रत्याशियों को चुनौती देने वाले नेताओं ें के खिलाफ पार्टी स्तर पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दे दी है। गत दिवस रूद्रपुर में आयोजित भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बागियों के खिलाफ सख्त तेवर दिखाते हुए नसीहत भी दी है। उनका कहना था कि निकाय चुनाव में पार्टी कार्यकर्ता एकजुट होकर मेयर प्रत्याशी को जिताने के लिये सक्रियता से काम करें साथ ही बगावत कर चुके नेता अगर समय से पहले अपना रवैया नहीं बदलते हैं तो उन्हें पार्टी से बहार का रास्ता भी दिखा दिया जायेगा। यहां भाजपा के मेयर और पार्षद प्रत्याशियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष ने विस्तार से चुनाव प्रचार को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ता अपनों के लिये चुनौती खड़ी कर रहे हैं उन्हें पार्टी ने काफी सम्मान दिया है। जब उनका साथ चाहिये तो वह बगावत करने पर उतारू हो गये। भट्ट ने खुलासा करते हुए कहा कि जो नेता आज पार्टी को आंख दिखा रहे हैं वह कई मामलों में कानूनी रूप से घिरे हुए है। उन्होंने कई बार उन्हें बचाने का काम किया लेकिन अब भी अगर वह नहीं माने तो जल्द ही पार्टी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने को मजबूर होगी। वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष शिव अरोरा और विधायक राजकुमार ठुकराल , मेयर प्रत्याशी राम लाल सिंह, राज कुमारी, ईश्वरी प्रसाद गंगवार,हरीश सुखीजा, उत्तम दत्ता सुरेश परिहार,विकास शर्मा,राधेश शर्मा आदि के साथ विस्तार से चर्चा की। बताया जा रहा है कि प्रदेश हाईकमान जिले में बागी नेताओं को मनाने के लिये समिति में स्थानीय पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देकर हर हाल में रूठों को वापिस लाने का काम करेंगे। इधर भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में पहुंचे विधायक राजकुमार ठुकराल भी अपने संबोधन के दौरान रोषित हो उठे। उन्होंने कहा कि पार्टी के गद्दारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिये। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता की बगावत पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह आये दिन भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे रहे, जबकि विकास कार्य कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुए। ठुकराल ने कहा कि बागी नेता अफसरों को हटाने के लिये साजिश में जुटे रहे। अगर वह नहीं माने तो उनके खिलाफ मोर्चा खोल देंगे। उन्होनें बागियों को चेतावनी भी दे डाली कि अगर वह नहीं माने तो मुकदमे दर्ज कराने भी पीछे नहीं हटेंगे। वहीं भाजपा के बागी नेता सुरेश कोली ने पार्टी हाईकमान की चेतावनी का विरोध करते हुए कहा कि वह किसी भी हाल में पार्टी में वापसी नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने उनका अपमान किया है। वह नजूल पर बसे गरीबों को मालिकाना हक दिलाने के लिये अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे। कोली का कहना है कि उन्हें धमकिया देने की बजाये भाजपा अध्यादेश लाकर मालिकाना हक दिलाये।

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