कांग्रेस में फूटा असंतोष,रूद्रपुर में सामूहिक इस्तीफे
रुद्रपुर। नगर निगम चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में असंतोष फूट पड़ा है। रूद्रपुर नगर निगम क्षेत्र में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे देकर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है।सोमवार को रम्पुरा से भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने पार्टी के महानगर अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा तो वहीं पार्टी में निरन्तर उपेक्षा के चलते ट्रांजिट कैंप में बंगाली समाज से जुड़े दर्जनों कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पार्टी को बाय-बाय कर दिया। निकाय चुनाव में मेयर पद के टिकट वितरण के बाद ही पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त हो गया है। जैसे ही गतरात्रि कांग्रेस हाईकमान ने रूद्रपुर मेयर पद के लिए अपने प्रत्याशी नंदलाल के नाम की घोषणा की वैसे ही कांग्रेस के तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में आक्रोश की लहर दौड़ गयी। उन्होंने महानगर कांग्रेस महामंत्री चन्द्रसेन कोली के नेतृत्व में महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कांग्रेस महामंत्री व कोली समाज के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रसेन कोली ने कहा कि पार्टी में निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गयी है और सिर्फ पैसे के बल पर कांग्रेस हाईकमान ने ऐसे व्यक्ति को मेयर पद का टिकट थमा दिया है जो मात्र कुछ माह पहले ही पार्टी में सक्रिय हुए थे जो यह दर्शाता है कि पार्टी में निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर पैसे के बल पर राजनीति करने वालों की पूछ बढ़ती जा रही है जिससे प्रतीत होता है कि पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं की नहीं बल्कि धनाढ्य लोगों का वर्चस्व बढ़ रहा है जो निरन्तर दर्शाता है कि वर्षों तक पार्टी की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं की किस प्रकार उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि रूद्रपुर मेयर की टिकट आरक्षित होने के बाद कांग्रेस पार्टी को समर्पित ममता रानी, सुनील आर्या और उनका नाम प्राथमिकता से शामिल था क्योंकि तीनों ही कार्यकर्ता वर्षों तक पार्टी के सिपाही रहे हैं क्योंकि ऐसे में इन तीनों में से यदि किसी एक नाम की घोषणा की जाती तो शहर की कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर उन्हें चुनाव लड़ाती लेकिन पार्टी ने इन सबको दरकिनार करते हुए एक ऐसे चेहरे को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया जिसे अभी पार्टी के लोग भी वाकिफ नहीं हैं। इस्तीफा देने वालों में प्रदेश संगठन सचिव कोमिल राम कोली, अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष राजकुमार कोली, वासुदेव कोली, जयप्रकाश कोली, विशाल कोली, प्रमोद कोली, हरिराम कोली, धर्मवेद केाली, सुमन, केदार कोली, राधेश्याम कोली, वीरेंद्र कोली, रामअवतार केाली, मुकेश कोली, महेश कोली, महेश गुप्ता, पप्पू कोली, शंकर कोली, राकेश कोली शामिल थे। उधर ट्रांजिट कैंप में भी स्वयं को पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे दर्जनों पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आज सामूहिक रूप से प्रदेश व जिला कांग्रेस अध्यक्ष को त्यागपत्र प्रेषित कर दिया। पार्टी के जिला सचिव अजीत साहा के आवास पर आयोजित हुई बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहा कि संगठन व निकाय चुनाव में ट्रांजिट कैंप के कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिया गया। जिस कारण बंगाली समाज के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफा देने को बाध्य हो रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि वह किसी भी पार्टी का वोटबैंक और कठपुतली नहीं बनेंगे और अपनी रणनीति खुद बनाकर क्षेत्र के विकास के लिए संघर्ष करेंगे। श्री साहा ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने अपने आवास बुलाकर उनसे पार्षद चुनाव को लेकर मशविरा किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि पार्टी का निर्णय उन्हें स्वीकार होगा। लेकिन बिना क्षेत्र के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से राय मशविरा लिये किसी अन्य कार्यकर्ता को प्रत्याशी घोषित किया गया। इस्तीफा देने वालों में जिला प्रवक्ता परिमल राय, अजीत साहा, चन्द्रशेखर गांगुली, नगर सचिव हरिचांद विश्वास, एसपी सरकार, हीरा मंडल, आशीष भौमिक, आलोक राय, नंदशेखर गांगुली, देव बर्मन, ब्रजेन मंडल, सुशांत मंडल, गौतम सिकदार, संजीव विश्वास, अमन राय, नरेश सरकार, रामपद विश्वास, महेश राय, देवव्रत मल्लिक, अमल राय, अमल मिस्त्री, मंगल मंडल, मोती बाला, दुलाल मंडल, सिद्धार्थ सरकार, विप्लव हाल्दार, निरंजन साहा सहित तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे।