घर से नकदी और जेवरात सहित लाखों का माल पार
लाखों की धोखाधड़ी में तीन भाईयों के खिलाफ केस दर्ज
काशीपुर, 20 अक्टूबर। एक मकान पर धावा बोलकर अज्ञात चोरों ने हजारों की नगदी समेत लाखों के सोने,चांदी के जेवरात उड़ा लिये। सूचना मिलने पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। जानकारी के मुताबिक लक्ष्मीपुर पट्टी निवासी अब्छुल नाजिम खान के मकान में पिछले कुछ समय से प्रकाश पेपर मिल बाजपुर में कार्यरत वाहिद पुत्र बब्बन परिवार समेत किराये पर रहता है। गत 17 अक्टूबर को भवन स्वामी अब्दुल नाजिम परिवार सहित ठाकुरद्वारा चला गया और दो दिन पूर्व किरायेदार वाहिद भी परिवार समेत बाजपुर चला गया। गत दिवस जब भवन स्वामी वापस लौटा तो देखा की मकान के ताले टूटे हुए हैं और कमरे का सामान अस्तव्यस्त था। जब उसने छानबीन शुरू की तो पता चला की अलमारी में रखी 60 हजार की नगदी, 7 तोले सोने के जेवरात और 40 तोला चांदी के जेवरात गायब थे। भवन स्वामी के मुताबिक चोरी किये गये माल की कीमत लगभग 5 लाख रूपये है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली।
लाखों की धोखाधड़ी में तीन भाईयों के खिलाफ केस दर्ज
रूद्रपुर,20 अक्टूबर। प्लाट दिलाने नाम पर लाखों की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने तीन भाईयों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। दर्ज रिपोर्ट में जसपुर निवासी सतविन्दर सिंह पुत्र अजीत सिंह ने बताया कि उसके भाई बलविन्दर सिंह ने एलायंस सिटी वन में एक प्लाट का सौदा 9 लाख रूपये में किया था। उसका भाई विदेश में रहता है। इसलिये वह मामले की पैरवी कर रहा था। कुछ समय पूर्व उसने सवा दो लाख की पहली किस्त अदा कर दी। जहां एलायंस सिटी वन के निदेशक सतवीर सिंह, युवराज सिंह और अरविन्द सिंह पुत्रगण रघुवीर सिंह ने रजिस्ट्री कराने का आश्वासन दिया। थोड़े समय बाद उसने सवा दो लाख की दूसरी किस्त दे दी और अंतिम किस्त के रूप में थोड़े दिन बाद उसने बाकी धनराशि दे दी। इस तरह उनपर 9 लाख रूपये पहुंच गया। जब उसने प्लाट की रजिस्ट्री की बात की तो पता चला जो प्लाट उसने बुक कराया था उसकी जगह उसे अन्य प्लाट दे दिया गया। जब उसने उस दूसरे प्लाट की रजिस्ट्री कराने को कहा तो वह टालमटोल करने लगे। इसकी शिकायत उसने पुलिस और एसएसपी कार्यालय की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने न्यायालय की शरण ली। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर सतवीर,युवराज और अरविन्द सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।