मीटू कैंपेन की चपेट में संस्कारी बाबू..!!हिमानी शिवपुरी ने किया खुलासा
देहरादून। देशभर में मी टू कैंपन ने बड़ी बड़ी हस्तियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। एक के बाद एक बॉलीवुड से लेकर राजनेताओं के नाम मीटू मुहिम की कड़ी से जुड़ते जा रहे है। यहां उत्तराखंड की एक मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने भी सनसनीखेज आरोप लगाते हुए एक ऐसे शख्स की मुश्किलें बढ़ा दी है जो बॉलीवुड की दुनिया में संस्कारी बाबू के नाम से जाने जाते है। 80 के दशक की जानीमानी अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने बॉलीवुड कलाकार आलोक नाथ पर कुछ ऐसे ही आरोप लगाये जो देश की अन्य महिलाओं ने मीटू कैंपेन पर अपनी गुजरी जिंदगी व कैरियर में शर्मनाक हरकतों की पीड़ा को झेलती रही है को सार्वजनिक करते हुए कार्यवाही की मांग की है। देहरादून निवासी अभिनेत्री ने अपने साथ कई बड़ी फिल्मों में एक साथ काम कर चुके आलोक नाथ पर गंभीर आरोप लगाये है। हिमानी के अनुसार 80 के दशक में वह नेश्नल स्कूल ऑफ ड्रामा में कलाकारी के गुर सीखने गई थी। तब वहां एनएसडी में मौजूद आलोक नाथ जो उनसे काफ़ी सीनियर भी थे। एक दिन वह शाम को शराब के नशे में गर्लस हास्टल के कमरे में आ गये। इस बीच वह लड़खड़ाते हुए उनकी ओर आ गये। शराब के नशे में देख उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रूके और अंदर आ गये। लेकिन वह जोर जार से चीखने लगी जिससे वहां अन्य छात्रयें भी आ गई। हिमानी ने कहा कि उनकी किसमत अच्छी थी कि रूम मेट के आ जाने से मामला शांत हो गया और उन्हें बाहर भेजा गया। हिमानी के अनुसार इसके बाद वह कई दिनों तक सहमी रही और आलोक नाथ से दूरी बनाने लगी। इतना ही नहीं हिमानी ने यह भी कहा है कि निजी जीवन में आलोक नाथ के जैसे कई और भी किस्से उनके साथ हुए है। जिन्होंने उनके साथ बदसलूकी की कोशिश की हैं। लेकिन वह हर बार उनके दुस्साहस का बहादुरी से मुकाबला करती रही। हिमानी का कहना है कि जब भविष्य में अपनी बायोग्राफी लिखेगी चुन चुन कर सारे लोगों का खुलासा करेगी। गंभीर आरोपों के लेकर हिमानी का कहना है कि वह अपने करियर को बचाने के लिये आज तक चुप रही। अधिकांश लड़कियों को करियर के शुरूआती दिनों में शोषण का सामना करना पड़ता हैं मन में डर भी रहता है कि अगर बड़े ऐक्टर के खिलाफ कुछ कह भी दिया तो कोई जल्दी यकीन करेगा या नहीं या फिर उसकी फिल्मों से ही दुट्टी न हो जाये। हिमानी शिवपुरी ने मीटू कैंपेन पर अपनी पीड़ा रखने वाली महिलाओं का समर्थन करते हुए कहा कि बुराई का अंत करने के लिये देशवासियों को उनका साथ देना होगा। ताकि भविष्य में आने वाली नयी पीडि़यों को इस प्रकार की बुराईयों से बचाया जा सके।