श्री राम केवट संवाद ने दर्शकों को किया भाव विभोर
रुद्रपुर। गतरात्रि रामलीला में सुमंत की अयोध्या वापसी, राजा गुह से रामचंद्र जी का मिलना, राम केवट संवाद, दशरथ मरण तक की लीला का बहुत ही सुंदर व भव्य मंचन हुआ। रामलीला का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन उद्योगपति बलराम अग्रवाल ने किया। श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर, शाल व प्रभु श्री राम दरबार का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया। आज की लीला में पात्रें सुमंत ने रामजी से विदा लेते समय ‘टूट गयी है माला, मोती बिऽर गए’ से जनता को भाव विभोर कर दिया। इसके बाद राम केवट संवाद के दौरान केवट द्वारा ‘ताल मिले नदी में, नदी मिले सागर में, सागर मिले कौन से जल में कोई जाने न’ जैसे गानों से ऽूब वाहवाही लूटी। दश्ारथ के गाये मार्मिक गानें आ मुझे न रुला, मेरा बेटा कहाँ चला गया। ‘राम मेरे आ जा, लाडले आ जा, बाप तेरा जाए, चैन नहीं आये से माहौल मार्मिक हो गया। 30 वर्षों से दशरथ का किरदार निभा रहे प्रेम लाल ऽुराना ने आज अपने किरदार को जीवंत कर डाला। बहुत सरल सेवाभाव से यह किरदार निभाने वाले प्रेम लाल ऽुराना कहते हैं कि वह प्रभु राम की इस सेवा को जब तक प्रभु रामजी हिम्मत प्रदान करेंगे, तब तक निभाते रहेंगे। गतरात्रि की लीला में गणेश की भूमिका आशीष ग्रोवर आशु, राजा दशरथ की भूमिका प्रेम ऽुराना, राम की भूमिका मनोज अरोरा, लक्ष्मण की भूमिका राजकुमार कक्कड़, सीता की भूमिका नरेश छाबड़ा, सुमंत की भूमिका सचिन आनंद, केवट की भूमिका अनिल तनेजा, राजा गुह की भूमिका गुरशरण बब्बर शरणी और जोकर पार्टी में रामकृष्ण कन्नौजिया, कुक्कू शर्मा, गोगी नरूला, गोला इदरिस, सूरज ऽुराना शामिल थे। श्री रामलीला संचालन मंच सचिव केवल कृष्ण बत्र नें किया। इस दौरान श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन अग्रवाल, बीना बेहड़, विजय अरोरा, मनोज गाबा, विजय जग्गा, नरेश शर्मा, गौरव तनेजा, सुशील गाबा, आशीष ग्रोवर आशु, सुभाष तनेजा, हरीश अरोरा, सुभाष ऽंडेलवाल, सौरभ राज बेहड़, हरीश धीर, गौरव राज बेहड़, कुंदन सिंह, अमित अरोरा बॉबी, अमित चावला, सतीश सुऽीजा, राकेश सुऽीजा, संदीप धीर, बिट्टðू ग्रोवर, किशन बठला, अमित आनंद, परमजीत पम्मा, मोहित असीजा, अमित चावला, चिराग कालड़ा, अजय चîóा, महेश गर्ग, आदि उपस्थित थे।