रूद्रपुर की मुख्य रामलीला शुरू….महामंडलेश्वर सुभाष बापू ने किया शुभारंभ
रूद्रपुर। नगर की प्राचीनतम व भव्य बस स्टैंड वाली रामलीला का शुभारंभ कल रात्रि महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 संत सुभाष बापू जी महाराज नें प्रभु श्रीराम के चित्र के सम्मुऽ दीप प्रज्जवलित कर एवं फीता काटकर किया। इससे पूर्व संत सुभाष बापू जी के श्री रामलीला मंच पहुंचनें पर श्रीराम लीला कमेटी के सदस्यों में माल्यार्पण कर एवं शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 संत सुभाष बापू जी महाराज नें कहा कि कलयुग में रामनाम ही सबसे बड़ा सहारा है। राम का नाम तो राम से भी बड़ा है। जिस रामनाम को पत्थर पर लिऽने से पत्थर भी तर गये, उसी रामनाम के उच्चारण से ही हमारे कर्म कटते है। न जाने कब जिंदगी ढल जाये, इसलिये हमें हमेशा ही मन में प्रभु परमेश्वर का स्मरण करते रहना चाहिये। प्रथम दिवस की लीला में नारद जी का तपस्या करना, इंद्र का सिंहासन डोलना, इंद्र का कामदेव को नारद जी की तपस्या भंग करने के लिये भेजना, कामदेव के सभी प्रयास निष्फल होना, कामदेव का क्षमायाचना करना, नारद जी का अंहकार मे ंआकर शिव, ब्रहमा व विष्णु भगवान के पास जाकर स्वयं की बढ़ाई करना, शिव तांडव, विष्णु भगवान द्वारा नारद जी को सही मार्ग पर लाने के लिये राजा शीलनिधि पुत्री स्वयंवर रचना, नारद जी द्वारा भगवान विष्णु को शाप देने तक की लीला का मंचन किया गया। वहीं चोपड़ा बंधुओं ने शिव ताण्डव नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। श्रीरामलीला संचालन युवा सामाजिक कार्यकर्ता सुशील गाबा नें किया। नारद जी के रूप में मनोज मुंजाल, भगवान विष्णु-मनोज अरोरा, कामदेव-मोहन अरोरा, इंद्र- वैभव भुîóी, लक्ष्मी जी- वीशु गगनेजा, शीलनिधि की पुत्री मोहिनी-कपिश सुऽीजा, कालादेव- रामकृश्ण कन्नौजिया, पीला देव- कुक्कू शर्मा नें निभाया। इस दौरान श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन अग्रवाल, महामंत्री विजय जग्गा, कोषाध्यक्ष नरेश शर्मा, श्री रामनाटक क्लब के महासचिव गौरव तनेजा, हरीश सुऽीजा, विजय अरोरा, सुभाष ऽंडेलवाल, बंशीधर गुम्बर, मोहन लाल भुîóी, अनिल शर्मा, अमित अरोरा बोबी, हरीश धीर, राकेश सुऽीजा, महावीर आजाद, विशाल भुîóी, राजकुमार सीकरी,किशन नारंग, सुशील नारंग, राजकुमार नारंग, सतीश सुऽीजा, गौरव राज बेहड़, चिराग कालड़ा, प्रेम लाल ऽुराना, प्रेम नाथ दुआ, राजकुमार ऽानिजो, मदन गुम्बर, सुमित आनन्द, सचिन आनन्द, राजकुमार ऽानिजो, महेश गर्ग, आदि उपस्थित थे।