ऊर्जावान उत्तराखंड निवेश के लिये सर्वोत्तम प्रदेश: नमो
पीएम ने किया इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ, मोदी ने स्टालों पर ली जानकारी,निवेशकों ने भी रखे विचार
देहरादून। रायपुर स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिबन काटकर उत्तराऽंड इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया। इससे पहले पीएम मोदी वायुसेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। राज्यपाल बेबी रानी मौर्या, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूडी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर से देहरादून के कार्यक्रम स्थल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे। पीएम मोदी ने रिबन काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद पीएम को उत्तराऽंड की ऽूबसूरती की तस्वीरें दिऽाई गई। वीडियो क्लीपिंग के जरिये पीएम को राज्य में संभावनाएं बताई गईं। वन, पर्यटन, बागवानी, धर्म और संस्कृति के नजारे दिऽाए गए। प्रदर्शनी देऽने के दौरान पीएम मोदी ने फूड प्रोसेसिंग के स्टाल पर जानकारी ली। उद्घाटन के अवसर पर पारंपरिक मांगल गीत दैंणा हुंÕया, ऽोलि का गणेशा– की प्रस्तुति दी गई। यह प्रस्तुति देने वाले 30 कलाकारों का दल उत्तराऽंड के पारंपरिक परिधानों में सजा हुआ था। अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश और विदेश के उद्योगपतियों के लिए निवेश करने को उत्तराखंड में सर्वोत्तम माहौल है। देवभूमि प्रकृति का उपहार है और यहां निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। डेस्टिनेशन उत्तराखंड का चमकता हुआ हिस्सा है और यह न्यू इंडिया के नाम को सार्थक कर रहा है। राज्य में निवेश के उपरान्त उत्तराखंड के हजारों युवाओं को रोजगार का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में आर्थिक सुधार में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। दो वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा 10 हजार योजनाओं पर काम किया गया। भारत ने आर्थिक सुधार के मामले में 42 अंकों का सुधार किया और 1400 से जयादा ऐसे कानून खत्म किये जो जनहित में थे। भारत में टैक्स व्यवस्थाओं में सुधार लाया गया और इस मामले में पारदर्शिता बरती गयी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कारोबार आसान हो इसके लिए बैंकिंग व्यवस्था को ताकत दी गयी, जीएसटी के तौर पर सिंगल मार्केट को बदला गया। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में रिकार्ड वृद्धि आंकी गयी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 10हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण किया गया जिसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन लगभग 27किमी- सड़क का निर्माण किया गया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार की तुलना में विकास कार्यों में दोगुनी वृद्धि आयी है। रेल निर्माण और एविएशन सेक्टर रिकार्ड गति से आगे बढ़ रहे हैं जिन्हें तेज करने के लिए देश में 100 नए एअरपोर्ट व 9 हेलीपैड निर्माण पर भी काम किया जा रहा है। छोटे शहरों के लिए टाइप-2 व टाइप 3 हवाई कनेक्टिविटी देने का भी विचार किया जा रहा है। देश में हाउसिंग पावर, हेल्थ, बैंकिंग फार हाल जैसी योजनाएं लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में बढ़ रही हैं। देश में चौतरफा परिवर्तन हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना लागू होने से मेडिकल सेक्टर में निवेश की संभावनाएं बढ़ गयी हैं जिसके तहत नए अस्पताल, मेडिकल कालेज और पैरामेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड़ लोगों से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा और इस योजना के तहत 5 लाख परिवार भी शामिल होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ जितने लोगों को मिलेगा वह अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको की जनसंख्या से अधिक लोग हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हेल्थ सेक्टर में भी बड़ा निवेश किया जाये ताकि राज्य में उच्च स्तर के अस्पताल हों। उत्तराखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं जिसके चलते रोजगार के लाखों अवसर प्रदान होंगे। यह राज्य युवा है। आकांक्षाओं और ऊर्जा से ओतप्रोत है, यहां राज्य को बदलने के लिए असीम सम्भावनाएं हैं। पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को इंगित करते हुए कहा कि रावत सरकार राज्य के विकास के लिए भरसक प्रयास कर रही है और उन्हीं के प्रयासों की अभिव्यक्ति है कि आज देश और विदेश के नामी उद्योगपति उत्तराखंड की भूमि पर हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व- अटल बिहारी बाजपेयी ने उत्तराखंड बनाने का निर्णय लिया था लेकिन तब परिस्थितियां विषम थीं और पहाड़ जैसी चुनौतियां थीं लेकिन आज उत्तराखंड विकास की पटरी पर तेजी से दौड़ रहा है और सशक्तीकरण की दिशा में मजबूत कदम रख रहा है। यहां लघु उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि उत्तराखंड में किसी भी प्रोजेक्ट को प्रारम्भ करने के लिए उद्यमियों को अनावश्यक चक्कर न काटने पड़ें। एक करोड़ तक की लोन की व्यवस्था ऑनलाइन कर दी गयी है जिसके तहत पोर्टल काम कर रहा है। इसको और आसान व तेज बनाया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उत्तराखंड में कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। रेलवे, हवाई एअरवेज की दिशा में तेजी से काम किये जा रहे हैं। चारधाम, आल वेदर रोड, सड़क निर्माण तेजी से किया जा रहा है और कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम भी गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं और उत्तराखंड में जो निवेश किया जा रहा है इसका लाभ टूरिज्म सेंटर को मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को प्रकृति ने समृद्ध किया है और आस्था का वरदान दिया है। यहां नेचर, कल्चर, एडवेंचर, योगा और टूरिज्म को मिलाकर सम्पूर्ण पैकेज है। सरकार ने इसे अलग टूरिज्म पॉलिसी बनाकर पर्यटन का दर्जा दे दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि आर्गेनिक स्टेट की अपार संभावनाएं हैं। इस दिशा में केंद्र सरकार प्रयास कर रही है। फूड प्रोसेसिंग को महत्व दिया जा रहा है। भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शुमार हो रहा है। अन्न, फल, सब्जी, दूध के उत्पादन में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है। किसानों को उनकी पैदावार का उचित लाभ मिले इसके लिए फूड प्रोसेसिंग पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तराखंड में कृषि में निवेश होने से किसानों की आय बढ़ेगी जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड का भविष्य स्वर्णिम है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का नेतृत्व करने की ताकत रखता है। बिजली के क्षेत्र में आने वाले वर्षों में देश ऊर्जा से परिपूर्ण हो जायेगा लेकिन पर्यावरण सुरक्षित रहे इसके लिए खास प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एनर्जी सरप्लस बनने की दिशा की ओर अग्रसर है और उत्तराखंड देश को ऊर्जावान बना सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया मेक इन इंडिया के आमंत्रण को स्वीकार कर रही है। भारत इलेक्ट्रानिक के क्षेत्र में भी फलता जा रहा है। मोबाइल फोन की 120 से अधिक कम्पनियां यहां काम कर रही हैं और आटोमोबाइल के क्षेत्र में भी भारत तेजी से प्रगति कर रहा है और आटोमोबाइल के क्षेत्र में भारत जापान का पार्टनर है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था में और सुधार लाया जायेगा। उन्होंने उत्तराखंड को देश का दैदिप्यमान मस्तक बताया। इन्वेस्टर्स समिट में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि औद्योगिक विकास के जरिये दूरस्थ क्षेत्रें तक विकास की किरण पहुंचाई जाएगी। उत्तराखण्ड के लिए अटल जी ने जो परिकल्पना की थी उसमें राज्य सफल होगा।श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में तीन हजार किमी नेशनल हाईवे हैं। 35000 किमी ग्रामीण सड़कें हैं। जिनकी स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। आल वेदर रोड प्रधानमंत्री की अनुकंपा से हमें मिली है। औद्योगिक विकास के लिए सरकार ने कई नीतिगत निणर््य लिये हैं। भूमि खरीद के लिए भी नया निर्णय लिया गया है इससे निवेशकों को सहूलियत होगी। विद्युत उत्पादन में भी उत्तराखण्ड निरंतर तरक्की कर रहा है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हीं की सोच और प्रेरणा से आज यह आयोजन किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने हिमालय और प्रकृति की गोद मे स्थित गंगा, यमुना, संतों, सूफियों और गुरुओं की धरती को तप भूमि बताते हुए कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य, गुरु गोविंद सिंह जी, सूफी संत हजरत साबिर कलियारी, स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी की तपोभूमि है। यहां के लोगों की उद्यमिता की वजह से ही युवा स्टार्टअप, महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित प्रसाद, सड़कों की मरम्मत, होम स्टे जैसी गतिविधियां चल रहीं हैं। विगत 18 वर्षों राज्य की प्रति व्यत्तिफ़ जीएसडीपी दस गुना बढ़कर 1-60 लाऽ रुपये हो गई है। रोड नेटवर्क 789 किलोमीटर प्रति 1000 वर्ग किलोमीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि विकास के साथ साथ यहां के लोगों ने प्रकृति के संरक्षण में भी योगदान दिया है। श्री सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य की अनूठी विशेषताओं का आकलन कर 12 क्षेत्रें को चिन्हित किया गया है। ऽाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन एवं आतिथ्य, आयुष एवं वैलनेस, ऑटोमोबाइल और ऑटो उपकरण, फार्मास्युटिकल्स, नेचुरल फाइबर्स, हॉर्टिकल्चर एवं फ्रलोरीकल्चर, जड़ी बूटी एवं सगंध पादप, आईटी, बायो टेक्नोलॉजी, नवीनीकरण ऊर्जा सेक्टर प्रमुऽ हैं।समिट में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि 12 हजार से ज्यादा जड़ी बूटियां उत्तराखण्ड में उपलब्ध है। इनमें कई दुलर्भ जड़ी बूटियां भी शामिल हैं। पतंजलि ने तीस हजार लोगों को रेाजगार दिया है। देश का पहला फूड पार्क उत्तराखण्ड में पंतंजलि द्वारा संचालित है। अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी ने कहा कि हम उत्तराखण्डमें आर्गेनिक कमॉडिटी मोड में निवेश कर रहे हैं यहां निवेश की अपार संभावनाएं है। जापान के उच्चायुक्त ने कहा कि जाना और भारत के बीच हमेशा अच्छे संबंधा रहे हैं इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी को जापान आने का निमंत्रण दिया। कहा कि हम उत्तराखण्ड को सैनिटेशन और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में सहयोग देंगे। चेक रिपब्लिक के राजदूत मिलॉन होवार्का ने नमस्कार कहकर अपना सम्बोधिन शुरू किया ओरयोगा को सराहा। उत्तराखण्ड की तेज गति से विकसित हो रही अर्थ व्यवसथा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि चेक गणराज्य राज्य के विकास के लिए तत्पर है। कहा कि बायोमास, सोलर एनर्जी और ऑटोमोबाल्स के क्षेत्र में चेक गणराज्य और उत्तराखण्ड के बीच बेहतर तालमल हो सकता है। इसके बाद उन्होंने समिट का बुलावा देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इसके बाद निवेशकों को शार्ट वीडियो क्लीपिंग के जरिये उत्तराऽंड की ऽूबसूरती दिऽाई गई। यहां पूर्व में निवेश कर चुके निवेशकों ने अपने अनुभव शेयर किए। अमूल डेयरी के निदेशक आरएस सोढ़ी ने समिट को संबोधित किया।़ समिट में केन्द्रीय मंत्री रवि शंर प्रसाद, नितिन गडकरी, अनंत जी गीते, सुरेश प्रभु, केजे अल्फोंस, राज्यवर्धन सिंह, राठौर सहित कई मंत्री, सांसद, विधायक सहित देश विदेश के इनवेस्टर मौजूद थे।