खाई में गिरी बस,48 यात्रियों की मौत, 12 घायल
पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ ने जताया दुखसीएम ने की मृतकों को दो लाख व घायलों को 50 हजार देने की घेषणा
पौड़ी। नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर यात्रियों से खचाखच भरी एक बस अनियंत्रित होकर गहरी ऽाई में गिर गई। हादसे में 48 की मौके पर ही मौत हुई जबकि दो घायलों की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से पूरे प्रदेश में हड़कम्प मचा हुआ है। वहीं देश के पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्राी राजनाथ सिंह ने घटना के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की हैं। गृहमंत्राी राजनाथ सिंह ने दूरभाष पर घटना की जानकारी ली। घायलों को रेस्क्यू के लिए दून के सहस्रधारा हेलीपेड से हेलीकाप्टर भेजा गया। कई घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुयी है। हादसे पर राज्यपाल के के पाॅल और मुख्यमंत्राी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। घायलों को रेस्क्यू के लिए दून के सहस्रधारा हेलीपेड से हेलीकाप्टर भेजा गया। कई घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुयी है। हादसे पर राज्यपाल के के पॉल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। भीषण बस दुर्घटना आज सुबह करीब 8ः45 बजे की है। यात्रियों से ऽचाऽच भरी एक प्राइवेट बस (यूके 12सी 0159)भौन से रामनगर जा रही थी। नैनीडांडा ब्लॉक में पिपली-भौन मोटर मार्ग पर ग्वीन पुल के पास बस अनियंत्रित हो गई और सड़क से करीब 60 मीटर नीचे संगुड़ी गदेरे (बरसाती नाले) में गिर गई। हादसे में 48 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। बाद में दो घायलों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सात घायलों का अभी उपचार जारी है। जिनमें सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है। मरने वालों में अधिकांश पौड़ी और रामनगर क्षेत्र के बताये जा रहे हैं। घटना के बाद आस पास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गये उन्होंने घायलों को खाई से निकालने के प्रयास किये। वही सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को धुमाकोट अस्पताल में भर्ती कराया और शवों को बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि बस 28 सीटर है और उसमें संख्या से ज्यादा यात्री सवार थे। हादसे में बस चालक और परिचालक की भी मौत हो गयी है। परिचालक खुद बस का मालिक था। जिला आपदा कंट्रोल रूम ने हादसे में 48 लोगों के मरने की पुष्टि की है। 12 घायलों की हालत भी गंभीर बताई गयी है। घायलों को रेस्क्यू के लिए देहरादून से सहस्रधारा हेलीपैड से हेलीकॉप्टर भेजा गया है।
28 सीटर बस में सवार थे 60 यात्री
पौड़ी। पौड़ी से रामनगर आते वक्त हुए भीषण बस हादसे में आज पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है। शासन के सख्त निर्देशों के बावजूद पुलिस प्रशासन पहाड़ पर चलने वाले वाहनों में ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने मे ंनाकाम साबित हो रहा है। आज जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है उसमें ओवर लोडिंग नहीं होती तो शायद कई लोगों की जान बच सकती थी। खाई में गिरी प्राईवेट बस की क्षमता 28 यात्रियों की थी जबकि इसमें 60 लोग सवार थे। पुलिस प्रशासन ओवर लोडिंग को लेकर सख्त होता तो बस में इतनी सवारियां नहीं बैठाई जाती।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख मुआवजा
देहरादून। पौड़ी जनपद में हुए भीषण बस हादसे से प्रदेश में कोहराम मच गया है। भीषण हादसे पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने जिला प्रशासन को तत्काल घायलों को उचित उपचार के लिये हॉलीकेप्टर से मदद लेने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने हादसे में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख व घायलों को उपचार के लिये 50 हजार रूपये सहायता राशि देने की घोषण की। वहीं प्रदेश के राज्यपाल डा- केके पॉल ने भी पौड़ी जनपद में हुई बस दुर्घटना में मारे गये लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति व पजिरनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। वहीं पौड़ी के एसएसपी जगतराम जोशी ने बताया कि हादसे में मारे गये लोगों के शवों को रेस्क्यू करने के लिये राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोागेां की मदद से जिला प्रशासन की टीमों ने आधा दर्जन से अधिक घायल लोगों को बस से बाहर निकाला। उन्हे उपचार के लिये अस्पताल भेजा जा रहा है। एसएसपी ने बताया कि प्राईवेट बस में क्षमता से अधिक लोग सवार थे जिससे बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। उन्होंने कहा कि जांच के के बाद हादसे का कारण स्पष्ट हो जायेगा।