घर का नौकर निकला डकैती का मास्टरमाइंड

कारोबारी के घर में हुई डकैती का खुलासा,चार गिरफ्रतार,हजारों की नकदी और जेवरात बरामद

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हल्द्वानी,19जून।गत दिनों खाद्य पदार्थो के होलसेल कारोबारी के घर में हुई डकैती का पुलिस ने खुलासा कर दिया हैं। जिसमें पता चला कि घर के नौकर ने ही इस डकैती की योजना बनाई थी। पुलिस ने नौकर समेत चार आरोपियों को गिरफ्रतार कर लिया। जबकि घटना में लिप्त चार आरोपी फरार है। पुलिस ने गिरफ्रतार डकैतों से हजारों की नकदी व सोने चांदी के जेवरात भी बरामद किये हैं। मामले का खुलासा करते हुये एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि 14 जून को प्रगति विहार गली नं 8 कुल्यालपुरा निवासी सौरभ कौशल पुत्र विजय कुमार कौशल के घर में डकैतों ने उन्हें व नौकरों को बंधक बनाकर लाखों की नकदी व जेवरात लूट लिये थे। मामले का खुलासा करने के लिये कई टीमें गठित की गई थी। और लगातार मॉनीटरिंग की जा रही थी। पुलिस ने सूचना मिलने पर रेलवे स्टेशन के पास डकैती की घटना में लिप्त चार अभियुक्तों को मय माल के गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस के मुताबिक कारोबारी का नौकर प्रकाश कश्यप व उसका साला अजय कश्यप डकैती के सूत्रधार रहे। प्रकाश कश्यप पिछले 10-12 साल से सौरभ कश्यप की दुकान पर काम करता है और उसका साला अजय पिछले 6 वर्षो से बैलेजलि लॉज में रहता है। अजय का भाई दिनेश एक माह पूर्व वहां आया और उन्होंने डकैती की योजना बनाई। प्रकाश ने अपने मालिक सौरभ कश्यप के बारे में जानकारी दी। जिस पर उन्होंने 14 जून को खडकपुर सरकड़ा थाना मुडापांडे मुरादाबाद निवासी रोहताष पुत्र नन्हे कश्यप, मोहल्ला बजरिया बरेली निवासी नवी हसन पुत्र नूरे हसन, मोहल्ला कुरेरियन आवला बरेली निवासी दिनेश पुत्र कपूरीलाल, जुनैद, समीर और रामपुर निवासी अंकल उर्फ गुरूजी के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। जब कारोबारी सौरभ दुकान बंद कर घर का गेट करने की तैयारी में था तो अंकल और समीर ने खुद को क्राइम बा्रंच का अधिकारी बनाया और घर में घुस गये। जहां उन्होंने हथियारों की नोंक से सौरभ को बंधक बनाकर नौकर प्रकाश व अजय को कब्जे में ले लिया। इस दौरान नवी हसन व दिनेश बाहर निगरानी कर रहे थे और सैन्ट्रो कार गली मे खड़ी थी। जिस पर उक्त आरोपियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गये। गत दिवस डकैती में लिप्त रोहताष, नवी, प्रकाश और अजय माल का बंटवारा कर रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। जबकि चार आरोपी दिनेश, जुनैद, समीर और अंकल फरार हो गये। पुलिस ने चारों के कब्जे से 55 हजार की नकदी, गले का हार , अंगुठियां, झुम्के, घड़ी, चांदी व तॉबे के जेवरात बरामद किये। मामले का खुलासा करने वाली टीम में एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ बीसी ढौडियाल, कोतवाल, केआर पांडे, एसओ नंदन सिंह रावत, दिनेश नांथ महंत, एसओजी प्रभारी दिनेश चंद्र पंत, एसआई एमएस दशौनी, प्रताप सिंह नगरकोटी, राजेंद्र कुमार, अजेंद्र प्रसाद, महेश चंद्र जोशी, जितेंद्र सोराड़ी, कृष्ण चंद्र शर्मा, का- सतेंद्र गंगोला, गजेंद्र सती, भूपेंद्र जेठा, राजेश कुमार, बंशीधर जोशी, कुंदन कठायत, चंद्रशेखर, चंदन सिंह, गिरीश भट्ट, अनिल गिरी, पुष्कर रौतेला, गुरवंत सिंह, नरेन्द्र राणा, गौरव चौधरी, रियाज अख्तर शामिल थे। वहीं एसएसपी खंडूरी ने बताया कि उक्त आरोपियो ने घटना से एक दिन पूर्व डकैती करने की योजना बनाई थी लेकिन पड़ोसियों की सक्रियता के बाद वह अंजाम नहीं दे सके और शिनाख्त आधार जो स्कैच तैयार किया गया था वह अभी पकड़ा नहीं गया। घटना में प्रयुक्त हथियार और कार भी बरामद नही हुई है। जिसके लिये पुलिस जुटी हुई है। एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रूपये ईनाम देने की घोषणा की है।

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