नीलकंठ की धरती को प्रदूषण और प्लास्टिक से मुक्त करने की जरूरत: बेबी रानी

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ऋषिकेश। उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने परमार्थ निकेतन में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में प्रतिभाग किया। इस मौके पर उन्होंने गंगा और यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाएं रखने के लिए सभी का आह्वान किया।इस मौके पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि सागर मंथन के समय जो जहर निकला था भगवान नीलकंठ ने उसका पान कर पूरी धरा को विषमय होने से बचाया था। उन्होंने भगवान शिव की धरती को प्रदूषण और प्लास्टिक से मुक्त करने का सभी से आह्वान किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा में पूर्व किये गये स्वच्छता सेवाओं के एक्शन प्लान की प्रति भेंट की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत ही समृद्ध भारत है। स्वच्छता को केवल एक पखवाड़े तक सीमित नही करना है बल्कि इसे हर दिन, हर दिल और हरदम जीवन का अंग बनाना है।राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि परमार्थ निकेतन में गंगा तट पर भगवान श्री कृष्ण की कथा का भव्य दृश्य देखकर मेरे पास बोलने के लिये शब्द नहीं है। उन्होने कहा कि कथाश्रवण से जो प्रेम और आशीर्वाद प्राप्त होता है वह जीवन भर हमारे पास रहता है। उन्होने गंगा जी की तरह यमुना जी को स्वच्छ और निर्मल बनाने का आह्वान किया। कथा व्यास पण्डित मोहनलाल जी व्यास ने श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से आज कालिया नाग प्रसंग का उल्लेख करते हुये बताया कि कालिया नाग के विष से यमुना नदी के तट के आस-पास के वृक्ष और लतायें जलकर भस्म हो गये थे यह देखकर भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग का दमन किया। उन्होने बताया कि आज नदियों में जो प्रदूषण बढ़ रहा है वह भी कालिया नाग के विष की तरह खतरनाक है। उससे भी नदियों का जल एवं जलीय जीवन प्रभावित हो रहा है। इस मौके पर कथा यजमान दामोदरलाल, पूनमचंद, पुरूषोत्तम, श्रवणकुमार मालू ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती का स्वागत किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी सुशील कुमार और एसएसपी जगतराम जोशी उपस्थित थे।

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