बापू के चहेते वीर ‘गढ़वाली’ के परिजनों का अपमान !!

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने योगी आदित्यनाथ से लगायी बचाने की गुहार

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देहरादून। । ये कैसी विडम्वना है? जिस देश के लोगों के अधिकारों के लिये उत्तराखंड के महानायक स्वंत्रता सग्राम सैनानी स्व-वीर चन्द्र गढ़वाली ने अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया आज उसी ‘गढ़वाली’ के परिजनों को बेघर करने का फरमान जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं यह संवेदनहीनता उत्तरप्रदेश के वन महकमे के अफसरों ने दिखायी है। उल्लेखनीय है कि पेशावर विद्रोह के महानायक वीर चन्द्र सिंह गढवाली जिन्होने 23 अप्रैल 1930 में अमानवीय अत्याचार के विरुद्व विद्रोह कर दिया था। जिससे प्रभावित होकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने  बीर गढवाली की उपाधि देते हुए कहा था कि मेरे पास इस सपूत जैसे चार ब्यक्ति होते तो देश कब का आजाद हो जाता। आज इस परिवार के दो विधवा बहुओं और बच्चों पर वेघर होने का संकट पैदा हो गया है। यूपी सरकार के अफसरों द्वारा 30 अगस्त 2018 को भजे गये इस नोटिस में अतिक्रमणकारी घोषित करने की आलोचना तो हो ही रही है साथ ही उन खितमददारों के दावे और वायदे भी सवालों में घिर गये हैं जो वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम से कई सरकार जनकल्याणी योजनाएं चला रहे हैं। यूपी सरकार के वन महकमे ने पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के परिवार को लीज पर मिली जमीन को खाली करने का नोटिस दिया है। यहां बता दे कि वीर चन्द्र गढ़वाली के नाम से राज्य सरकार कई जनकल्याणकारी योजनांए चला रही है उनकी योजनाओं से बेरोजगार युवाओं को बैंको से कर्ज दिलाकर रोजगार दे रही है जिससे बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार मिल रहा है। आज इसी गढ़वाली महानायक के परिवार को यूपी सरकार के वन महकमे द्वारा इस तरह की तानाशाही रवैये से गढ़वाली का परिवार सदमे में है। उनके समक्ष अब बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। गौर हो कि जिस यूपी की योगी सरकार के वन महकमे ने यह नोटिस भेजा है वह उत्तराखंड के निवासी योगी आदित्यनाथ के प्रति भी यहां के लोगों में नाराजगी व्याप्त हो रही है। बहरहाल अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरक सिंह रावत की गुहार को सीएम योगी आदित्यनाथ कितनी गंभीरता दिखाते है। जिससे उत्तराखंड की इस महान विभूति के परिजनों को न सिर्फ पूर्व की भांति अधिकार मिल सके और सम्मान भी।
अपमान से अच्छा–पाकिस्तान भेज दो मोदी जी–
मुफलिसी के दौर से गुजर रहे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के परिवारज बेदखली के नोटिस से आहत है। उन्होंने इस नोटिस को लेकर आपत्ति भी जतायी है। इतना ही नहीं गरीबी में जीवन यापन कर रहे परिजनों ने अफसरों की तानाशाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली द्वार देश के लिये दिये योगदान का अपमान बताया है। सभी ने नोटिस सेे आहत होकर पीएम मोदी से पाकिस्तान भेजने की गुजारिश की है। गौर हो कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पेशावर विद्रोह के महानायक बन गये थे। उन्होंने 1930 में अमानवीर अत्याचार के विरूद्व विद्रोह कर दिया था। उनकी वीरता को देखते हुये महात्मा गांधी ने उन्हें गढ़वाली की उपाधि दी थी। उनकी वीरता को देखते हुये तत्कालीन सरकार ने उन्हें 1975 में बिनाजैर के हल्दुखत्ता में लीज पर जमीन दी थी। जब उत्तराखंड राज्य का निर्माण भी नहीं हुआ था तब से स्वंत्रता सग्राम सैनानी स्व- वीर चन्द्र गढ़वाली को 1975 में बिजनौर जिले की शाहपुर रेंज के हल्दखाता वन क्षेत्र की वन रक्षक चौकी के पास 10 हेक्टेयर जमीन 90 साल की लीज पर दी गई थी, आज इस परविार की माली हालत ठीक नही ंहै, ऐसे में डीएफओ नजीबाबाद ने उन्हे 30 अगस्त तक शुल्क जमा कराने के आदेश देने के साथ ही जमा न करने पर जमीन खाली करने का नोटिस थमा दिया। वीर गढ़वाली के परिवार ने यूपी सरकार की कार्यवाही से आहत होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुजारिश की है जिस देश में उनका इतना अपमान हो रहा हो तो क्यों न उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाये।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने योगी के समक्ष उठाया मुद्दा
गत दिवस लखनऊ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने पहुंचे सूबे के मुख्समंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूपी के सीएम योगी से मुलाकात की। पेशावर विद्रोह के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के परिवार के बेघर होने का मामला सोमवार को उत्तराखंड सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठाया। उत्तराखंड के मुख्यमं=ी त्रिवंद्र सिंह रावत ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास में शिष्टाचार भेंट की। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने योगी आदित्यनाथ को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के परिजनों को वन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जारी नोटिस के संबंधा में जानकारी दी। मुख्यमंत्री रावत के अनुरोध पर योगी आदित्यनाथ ने चंद्र सिंह गढ़वाली के परिजनों को राहत देने के लिए समुचित कार्यवाही किए जाने के प्रति आश्वस्त किया।
नोटिस भेजने वालों पर कार्यवाही करें सीएम: हरक
गढ़वाली के परिजनों को यूपी सरकार द्वारा नोटस भेजने के मामले को  गंभीरता से लेते हुये प्रदेश के वन मंत्री ने यूपी सरकार से नोटिस भेजने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के साथ ही परिवार को दिये नोटिस को वापस लेने को कहा है। डा- हरक सिंह रावत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पत्र लिखकर कहा है कि वीर चन्द्र गढ़वाली के परिवार की इन दिनों माली हालत ठीक नही है। वह उनके परिवार की माली हालत को देखते हुये यूपी सरकार से गुजारिश करते है कि उनकी समस्याओं को देखते हुये लीज शुल्क माफ कर दिया जाये साथ ही उन वन विभाग के अफसरों पर सख्त कार्यवाही करें जिन्होंने स्वंत्रता सैनानी के परिवार को जमीन खाली करने का नोटिस भेजकर उनका अपमान किया है।

  • अनिल सागर/नरेंद्र बघरी

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