हेम आर्य की ऐंट्री के बाद डैमेज कंट्रोल में जुटी इंदिरा

नैनीताल में सरिता के साथ दिखी इंदिरा, अजय भट्ट से खुलकर की गुफ्तगू,हरीश रावत को साधने की कोशिश

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हल्द्वानी। प्रदेश की वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश का सियासी मिजाज इन दिनों पूरी तरह से बदला बदला नजर आ रहा है। वैसे पार्टी में जहां गुटबाजी के नये स्रोत फूटने के साथ ही पुराने स्रोतो को सुखाने की भी खूब कोशिश हो रही है। बीते दिवस वह नैनीताल नगर पालिका के कार्यक्रम में जिला मुख्यालय में पहुंची थीं। यहां उनके एक कार्यक्रम में भाग लेने के साथ ही दो महत्वपूर्ण घटनाएं हुई। पहली नगर पालिका सभागार में महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के साथ मंच तथा बड़ी माला साझा की और दूसरी राज्य अतिथि गृह में अचानक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के कक्ष में पहुंच गयीं और एक नहीं बल्कि कई बार उनके हाथ थामे। उन्हें पत्नी पुष्पा भट्ट के उत्तराखंड उच्च न्यायालय में उप महाधिवक्ता बनने पर बधाई दी और 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी मन भांपा। इसे डा. इंदिरा का कांग्रेस की यानि हरीश रावत के साथ अंदरूनी राजनीति में चल रही हलचलों से जोड़कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गत दिवस पिछले विस चुनाव के दौरान भाजपा छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़े हेम आर्य को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर कांग्रेस पार्टी में माहौल खासा गर्म रहा। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने जहां अपनी अनुपस्थिति में हेम आर्य की ज्वॉइनिंग को लेकर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पार्टी में अपने बने रहने या न रहने तक पर टिप्पणियां कीं, वहीं पहले से ही तय मानी जा रही अपेक्षाओं के अनुरूप पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने पक्ष की मानी जाने वाली सरिता के पक्ष में उतर आये। वहीं इंदिरा ने जहां कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को राहुल गांधी की पहली पसंद बताया तो रावत ने इंदिरा को कांग्रेस पार्टी का कोलंबस बताकर खाई को बढ़ाने में कोर-कसर नहीं छोड़ी। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता पुष्कर मेहरा ने हरीश रावत को ‘‘कीचड़ में सना महाभारत का कर्ण’ जैसी उपमा से नवाजकर खाई को और चैड़ा कर दिया। इस बयानबाजी के बीच दबी जुबान में हरदा ने अपनी पीड़ा को यह कहते हुए बया किया कि अगर हाईकमान की पसंद कोई और कैसे होगी तो मामला शांत सा पड़ गया। इस पृष्ठभूमि में इंदिरा का सरिता के साथ मंच साझा करना और अजय भट्ट का हाथ कई बार थामना इसी पृष्ठभूमि के आलोक में देखे जा रहे हैं। इसे इंदिरा का एक ओर सरिता को फिर से करीब लाकर और सत्ता पक्ष को भी साधकर हरीश रावत को और कमजोर करने का उपक्रम भी माना जा रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आगामी लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस अपने किस सियासतदार पर भरोसा दिखाती है। राज्य अतिथि गृह में डा. इंदिरा हृदयेश के साथ हाल में पार्टी में शामिल हुए हेम आर्य भी थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट का अभिवादन किया तो भट्ट ने डा. हृदयेश से टिप्पणी की कि हेम को जरूर टिकट देना, वरना यह कांग्रेस पार्टी भी छोड़ देगा। इस टिप्पणी पर मौके पर मौजूद भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों के लोग हंसी नहीं रोक पाये।

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