पढिये-भीषण हादसे में बेहड़ सहित तीन लोगों को कैसे मिला पुनर्जन्म?
रुद्रपुर। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में किस्मत का अहम योगदान होता है। जिसकी बानगी गत दिवस हुए एक सड़क हादसे में देखने को मिली कि जब पूर्व स्वास्थ्यमंत्री तिलकराज बेहड़ एक पारिवारिक समारोह में प्रतिभाग करने अपने वाहन से राजस्थान जा रहे थे कि रास्ते में ही अनियंत्रित बस ने उनके वाहन को रौंद दिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि बेहड़ के वाहन इनोवा के परखच्चे उड़ गये। वह तो शुक्र रहा कि इनोवा में लगे सारे एअर बैग खुल गये और श्री बेहड़ समेत उनके चालक और सुरक्षाकर्मी की जान बच गयी। अन्यथा जिस प्रकार से यह सड़क हादसा हुआ था यदि एअरबैग न खुलते तो संभवतः किसी का भी बचना नामुमकिन था। इसलिए कहा जाता है कि किस्मत का साथ यदि मनुष्य को मिल जाये तो उसको पुनर्जीवन भी मिल सकता है। जो इस सड़क हादसे से साबित हो गया कि किस प्रकार पूर्वमंत्री श्री बेहड़ को पुनर्जीवन प्राप्त हुआ है। पिछले लगभग तीन दशकों से श्री बेहड़ राजनीति में सक्रिय हैं। वार्ड सभासद से लेकर वह स्वास्थ्य मंत्री पद तक पहुंचे हैं। राज्य की राजनीति में उनका कद विशाल है और रूद्रपुर ही नहीं वरन पूरे जनपद में उनके चाहने वाले हजारों कार्यकर्ता उनके साथ हैं। गत दिवस हुए सड़क हादसे के बाद सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न माध्यमों से श्री बेहड़ के कुशलक्षेम की दुआओं का दौर शुरू हो गया। लोगों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर श्री बेहड़ के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। क्योंकि बेहड़ क्षेत्र के दिग्गज नेता रहे हैं और उनका आज भी क्षेत्र में खासा जनाधार है। इस भीषण सड़क हादसे के बाद मिला पुनर्जीवन श्री बेहड़ के लिए नई आस लेकर आया है। फिलहाल श्री बेहड़ स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और तमाम लोग उनके लिये दुआ कर रहे हैं।