महंगी किताबें लगाने वाले 181 निजी स्कूलों को नोटिस,एनओसी निरस्त
देहरादून। देहरादून। निजी स्कूलों की मनमानी पर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की सख्ती के बाद शिक्षा विभाग ने ने नियमों की अनदेखी करने वाले निजी स्कूलों की जांच कराने के बाद अब इन स्कूलों पर कार्यवाही करने तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश के चार जनपदों में कुल 181 निजी स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस एनसीईआरटी की किताबों के संबध में हुई जांच के आधार पर जारी किए गए हैं। बताया गया कि स्कूलों ने एनसीईआरटी के अलावा अन्य महंगी किताबें भी छात्रें पर थोपी हैं। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा कैप्टन आलोक शेऽर तिवारी की ओर से जारी नोटिस का स्कूलों को 4 अक्टूबर तक जवाब देना होगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के निर्देश पर निजी स्कूलों में एनसीईआरटी किताबें किताबें लागू होने के संबंध में जांच करनी थी। जिसके तहत अधिकारियों ने देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल के 226 स्कूलों का निरीक्षण किया था। इनमें से हरिद्वार के 65, देहरादून के 42, नैनीताल के 55 और ऊधमसिंहनगर जिले के 19 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजे गए हैं। इन निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अन्य प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने के अलावा अन्य कई ऽामियां भी पाई गई। जिसमें किताबों की सूची स्कूल वेबसाइट पर अपलोड न करना, अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए जिन अनुबंधों और शर्ताे का पालन करने की बात कही थी, उनका पालन न करना आदि शामिल है। स्कूलों को भेजे नोटिस में कहा गया है कि क्यों न उनके कोर्ट के आदेश का अनुपालन न करने के संबंध में हाईकोर्ट को अवगत करा दिया जाए। उनकी एनओसी निरस्त करने की कार्रवाई अमल में लाई जाए।