मानसून सत्र की हंगामेदार शुरूआत,तोड़फोड़ का विरोध
सदन में महंगाई समेत पेंशन,कन्या योजना के मुद्दों पर विपक्ष ने किया हंगामा, अटल को दी श्रद्धांजलि
देहरादून। विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही महंगाई समेत प्रेमनगर और अन्य स्थानों पर चलाये जा रहे ध्वस्तीकरण अभियान में तोड़फोड़ को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने इन मुद्दों पर कार्यस्थगन के तहत चर्चा की मांग की। स्पीकर के नियम 58 के तहत मामले को सुनने के आश्वासन पर कांग्रेस विधायक शांत हुए। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। आज सत्र की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी विधानसभा पहुंचे। वहीं, नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश भी विधानसभा पहुंची। जबकि गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र के अधिकांश विधायकों ने भी विस सत्र में मौजूदगी दर्ज की। सत्र की शुरूआत में विपक्ष के विधायकों ने देहरादून सहित अन्य स्थानाेंं पर चलाए जा रहे ध्वस्तीकरण अभियान का मुद्दों उठाते हुए जमकर हंगामा किया। बाद में स्पीकर ने इसे नियम 58 के तहत सुनने का आश्वासन देकर विपक्ष के विधायकों को शांत किया। आज पहले दिन प्रश्नकाल में विधायकों ने पेंशन, परिवहन व सिंचाई की समस्याओं को उठाया। इस दौरान कई बार समाज कल्याण मंत्री सदन में सदस्यों का जबाब देने में फंसते नजर आये। कई बार संसदीय कार्य मंत्री ने सदस्यों का जबाब दिया। वहीं सदन में देश में बढ़ती महंगाई व डीजल पेट्रोल की कीमत पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करते हुए 310 के तहत चर्चा करने की मांग की। विधानसभा सत्र के प्रथम दिन सदन की कार्यवाही शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होने के साथ ही कांग्रेस के विधायकों ने देश में बढ़ती पेट्रोल व डीजल समेत रसोई गैस की कीमतों पर नियम 310 पर चर्चा करने की मांग की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि केंद्र सरकार जब से सत्ता में आयी है तब से ही देश में महंगाई चरम सीमा पर है। सरकार पेट्रोल व डीजल व गैस के दाम पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है जिससे लगातार महंगाई बढ़ रही है। गरीब से लेकर किसान, जिससे लगातार महंगाई बढ़ रही है गरीब से लेकर किसान, मजदूर हर वर्ग का व्यक्ति महंगाई की मार झेल रहा है जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे को नियम 58 के तहत चर्चा करने का आश्वासन दिया। वहीं प्रश्नकाल के तहत विधायकों के सवाल सुने जिसमें समाज कल्याण विभाग से लेकर परिवहन विभाग व सिंचाई विभाग की समस्याएं उठीं। जिसमें विधायक ममता राकेश ने स्पेशल कम्पानेंट प्लान के बजट का मुद्दा उठाया जिस पर समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने सदस्यों के जवाब में बताया कि इस बजट के पैसे का इस्तेमाल 40 प्रतिशत एससी व एसटी की आबादी पर खर्च किया जाता है। विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के सवाल पर समाज कल्याण मंत्री ने बताया कि नंदा देवी कन्या धन योजना के तहत नवजात पुत्री व मां का संयुक्त खाता जीरो बैलेंस से किसी भी बैंक की शाखा में खुलवाया जा सकता है साथ ही उन्होंने बताया कि गौरा देवी कन्या धन योजना के तहत मिलने वाली धनराशि पर आय मान बदलने पर कोई विचार नहीं है। वहीं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने देशराज कर्णवाल के सवाल पर बताया कि प्रदेश के भिखारियों की संख्या की गणना कराने पर सरकार विचार करेगी साथ ही भिक्षावृत्ति गिरोह बनाने वालों की सरकार जांच करायेगी साथ ही परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के तमाम डिपो में परिवहन विभाग की करीब 54 बसें खड़ी हैं जिनका संचालन नहीं किया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मार्का युक्त हेलमेट अनिवार्य करने पर भी विचार किया जायेगा। विधानसभा सत्र के दौरान आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को श्रद्धांजलि भी दी गयी। सदन में सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायकों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा देश के लिए किये कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वस अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र संह रावत, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अटल जी ने बिना भेदभाव के हर वर्ग व पार्टी के लोगों की बात सुनी। वहीं संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि अटल जी की विचारधारा को भुलाया नहीं जा सकता।