प्रेमनगर में विरोध के बीच गरजे पीले पंजे…लाठीचार्ज
ध्वस्तीकरण अभियान के बाद मलवे में तब्दील हुआ बाजार
देहरादून । राजधानी के प्रेमनगर में भारी विरोध के बावजूद प्रशासन की टीम ने दलबल के साथ दर्जनों अतिक्रमण पर जेसीबी चलवा दी। कुछ ही देर में अतिक्रमण मलबे में तब्दील हो गया। इस दौरान निशान से ज्यादा हिस्सा तोड़ने पर व्यापारियों की एसडीएम और एसपी सिटी से नोकझोंक भी हुई। इसके बाद वे धरने पर बैठ गए। पुलिस ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया। व्यापारी नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज करके उन्हें खदेड़ दिया। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत टास्क फोर्स ने प्रेमनगर मुख्य बाजार से लेकर नंदा की चौकी तक 155 से ज्यादा बड़े अतिक्रमण चिह्नित किए थें। अतिक्रमण की जद में पांच से आठ मीटर तक दुकानें और मकान आने के चलते व्यापारियों और लोगों ने इसका विरोध भी किया। विरोध की आशंका को देखते हुए आज प्रेमनगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए भारी फोर्स तैनात की गयी थी।चार जोन टीमों में शामिल पीएसी और चार से ज्यादा थानों की पुलिस को साथ लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से पूर्व ही प्रेमनगर को यातायात के लिए जीरो जोन घोषित कर दिया था। शहर से आने वाले वाहनों को डाईवर्ट कर दिया गया, वही सेलाकुई से आने वाले वाहनों को राजधानी में प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। इसके बावजूद वहां भारी संख्या में लोग जमा हो गये। प्रशासन ने जैसे ही अभियान शुरू किया। विरोध में व्यापारी ने प्रशासन के िऽलाफ नारेबाजी करने लगे और धरने पर बैठ गये वही एक व्यापारी ने एसपी सिटी प्रदीपकुमार के साथ अभ्रदता की तोएक व्यापारी आत्मदाह की धमकी देने के बाद ऽुद अपना शोरूम ध्वस्त करने लगा। चिंहित अतिक्रमण पर प्रशासन की कई जेसीबी एक साथ गरजने लगी। कई दुकान व घर जेसीबी मशीनों के जरिये ध्वस्त कर दिये गये। विरोध के बीच चली कार्यवाही में प्रशासन को ऽासी मशक्कत करनी पड़ी।इससे पूर्व अतिक्रमण हटाने गई टीम को व्यापारियो व भाजपा विधायको के विरोध के चलते वापस लोटना पड़ा था, लेकिन आज प्रशासन ने रणनीति के तहत अभियान चलाया। दोपहर बाद तक अभियान जारी था। टीम में एडीएम प्रत्युश सिंह, तहसीलदार मुकेश रमोला आदि मौजूद थे।