पिथौरागढ़ में मेयर सीट पर कांग्रेस में बगावत, मथुरादत्त जोशी बिफरे
देहरादून/पिथौरागढ़। निकाय चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन राज्य के कई हिस्सों में टिकट को लेकर बगावत हो गई। हालांकि टिकट कटने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में कई जगह बगावत दिखी। लेकिन कांग्रेस के कई नेताओं ने खुलकर बगावत का बिगुल बजा दिया। गढ़वाल में 20 और कुमाऊं में 22 निकायों में भाजपा-कांग्रेस में बगावत हुई। दूसरी ओर पत्नी के लिए मेयर का टिकट मांग रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को बागी विधायक पर कार्रवाई के लिए ललकारा है। उन्होंने खनन और शराब कारोबारियों को टिकट देने का भी आरोप लगाया। पिथौरागढ़ में मेयर का टिकट घोषित होते ही वहां के कांग्रेस विधायक मयूख महर ने अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन करने वाले उम्मीदवार के नामांकन में पहुंचकर बागी तेवर दिखा दिए। रुड़की में मेयर का टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व मेयर यशपाल राणा ने अपनी पत्नी को निर्दलीय मैदान में उतार दिया है। हरिद्वार में पूर्व दर्जाधारी कांग्रेस नेता नईम कुरैशी ने बागी होकर जुलूस निकाला। नामांकन के लिए हर प्रत्याशी बल-दल के साथ नामांकन के लिए पहुंचा, लेकिन कांग्रेस से बागी होकर अपनी पत्नी का नामांकन करवाने के लिए पहुंचे यशपाल राणा की रैली दिनभर सियासी गलियारों में चर्चा बनी रही। मेयर पद के उम्मीदवार चयन को लेकर विधायक मयूख महर ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गलत उम्मीदवार चुना है। अब चाहे राजनीति की कुर्बानी देनी पड़े या फिर अन्य कोई त्याग, सीमांत पिथौरागढ़ की जनता को एक योग्य मेयर देंगे। विधायक सोमवार को कांग्रेस की बागी मोनिका महर का नामांकन कराने भी पहुंचे। तहसील कार्यालय के समीप पत्रकारों से बात करते हुए पिथौरागढ़ के कांग्रेस विधायक महर ने पार्टी की ओर से घोषित अधिकृत प्रत्याशी का विरोध करते हुए कहा कि पार्टी ने गलत टिकट दे दिया है। यहां तक कि मयूख ने पार्टी की प्रत्याशी चयन प्रकिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने जिसे मेयर पद का पार्टी प्रत्याशी चुना है, उस पर उन्हें घोर आपत्ति है।